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भाजपा ने ममता सरकार पर लगाया चुनाव में धांधली का आरोप, पुनर्मतदान की मांग

Update: 2019-04-12 16:09 GMT

कोलकाता। एक दिन पहले ही पश्चिम बंगाल के कूचबिहार और अलीपुरद्वार लोकसभा सीटों पर संपन्न हुए पहले चरण के मतदान के दौरान भारी धांधली और फर्जी मतदान का आरोप भाजपा ने लगाया है। शुक्रवार को मुरलीधर लेन स्थित प्रदेश भाजपा मुख्यालय में पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव और प्रदेश प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय, प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष और वरिष्ठ नेता मुकुल रॉय ने मीडिया से बात की। इस दौरान विजयवर्गीय ने कूचबिहार लोकसभा केंद्र के कई मतदान केंद्रों पर पुनर्मतदान की मांग की है। उन्होंने राज्य की सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस की सुप्रीमो मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर चुनाव में धांधली कर जीतने की कोशिश करने का आरोप लगाया है। इसके साथ ही उन्हें निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से मतदान संपन्न कराकर चुनाव जीतने की भी चुनौती दी है। उन्होंने यह भी दावा किया कि तृणमूल कांग्रेस ने उन बूथों पर धांधली की, जहां राज्य पुलिस के जवान पहरे पर थे और चुनाव आयोग मतदाताओं को पर्याप्त सुरक्षा प्रदान करने में विफल रहा।

गुरुवार को पहले चरण में उत्तर बंगाल के कूचबिहार और अलीपुरद्वार सीटों पर मतदान हुआ था और 34.52 लाख मतदाताओं में से 83 प्रतिशत से अधिक ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया।

भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा कि कूचबिहार लोकसभा सीट में उपचुनाव होना चाहिए। तृणमूल कांग्रेस द्वारा कई बूथों पर धांधली की गई थी क्योंकि इन बूथों में पुलिस सुरक्षा प्रदान की गई थी। हम चाहते थे कि केंद्रीय बल सुरक्षा कवच प्रदान करें। उन्होंने दावा किया कि तृणमूल कांग्रेस द्वारा कम से कम 350 मतदान केंद्रों पर धांधली की गई। दिलीप घोष ने राज्य पुलिस के अधिकारियों पर ममता बनर्जी के प्रति वफादारी दिखाने और चुनाव में धांधली को प्रश्रय देने का आरोप लगाया। घोष ने कहा कि हम चुनाव आयोग से शिकायत करेंगे और सुनिश्चित करेंगे कि इन अधिकारियों को हटा दिया जाए।

कूचबिहार सीट के भाजपा उम्मीदवार निशित प्रमाणिक ने गुरुवार रात जिला मजिस्ट्रेट कार्यालय के सामने विरोध प्रदर्शन किया, जिसमें उन सभी बूथों पर फिर से मतदान की मांग की गई जहां केंद्रीय बल तैनात नहीं थे।

भाजपा के वरिष्ठ नेता मुकुल रॉय ने शुक्रवार को कोलकाता में मुख्य चुनाव अधिकारी के कार्यालय का घेराव किया और‌ इन बूथों पर पुनर्मतदान की मांग की। वह करीब तीन घंटे तक आयोग कार्यालय के बाहर धरने पर बैठे हुए थे और अंत में राज्य के मुख्य चुनाव अधिकारी आरिज आफताब के आश्वासन मिलने के बाद धरना समाप्त किया है। आयोग ने उन्हें आश्वस्त किया है कि पुनर्मतदान से संबंधित भाजपा की मांग को देखते हुए मतदान केंद्रों के पीठासीन अधिकारियों की रिपोर्ट की समीक्षा की जा रही है।

भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने दावा किया कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी लोकतांत्रिक मानदंडों का सम्मान नहीं करती हैं और उन्हें देश में लोकतंत्र के बारे में बात करना बंद कर देना चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर वह जीत के प्रति आश्वस्त हैं, तो वह स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव क्यों नहीं होने दे रही हैं? तृणमूल कांग्रेस चुनावों में धांधली की कोशिश क्यों कर रही है?

तृणमूल ने लगाया केंद्रीय बलों पर आरोप

भाजपा के आरोपों पर सत्तारूढ़ तृणमूल के महासचिव पार्थ चटर्जी ने शुक्रवार को कहा कि हमारे पास ऐसी रिपोर्ट है कि भाजपा ने केंद्रीय बलों की मदद से मतदाताओं को डराया धमकाया और मतदान को अपने पक्ष में प्रभावित करने की कोशिश की। उन्होंने कहा कि यह अद्भुत है। पूरे देश में ऐसी रिपोर्ट कहीं नहीं मिलेगी कि केंद्रीय बलों के जवान सुरक्षा के लिए तैनात किए जाते हैं और मतदाताओं को डरा-धमकाकर भाजपा के पक्ष में मतदान कराते हैं। हमारे पास इसकी रिपोर्ट है

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