SwadeshSwadesh

लोकसभा में आजम के खिलाफ सख्त कार्रवाई की उठी मांग, अध्यक्ष जल्द करेंगे फैसला

Update: 2019-07-26 12:20 GMT

नई दिल्ली। लोकसभा में आजम खान की विवादित टिप्पणी के मामले को लेकर शुक्रवार को भी जमकर हंगामा हुआ और समूचे सदन ने एकसुर में उनके खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी समेत तमाम दलों ने एकसुर में आजम के खिलाफ कठोर कार्रवाई करने की मांग की। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि वह जल्द ही सभी दलों के नेताओं की बैठक बुलाएंगे और उनसे चर्चा कर जल्द फैसला करेंगे।

गत गुरूवार को लोकसभा में तीन तलाक संबंधी मुस्लिम महिला विवाह ( संरक्षण एवं अधिकार) विधेयक 2019 पर चर्चा हो रही थी। इस दौरान भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की रमा देवी अध्यक्ष की सीट पर बैठ कार्रवाई का संचालन कर रही थीं। समाजवादी पार्टी के सांसद आजम खान ने अपनी बात की शुरुआत एक शेर से की जिस पर रमा देवी ने उन्हें आसन की ओर मुखातिब होकर अपनी बात कहने को कहा। इस पर आजम ने उन पर विवादित टिप्पणी कर दी।

सदन में इस मामले पर शून्यकाल की कार्यवाही के दौरान विभिन्न दलों के नेताओं और महिला सांसदों ने आजम खान की टिप्पणी पर नाराजगी जताते हुए उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की। महिला सांसदों ने लोकसभा अध्यक्ष से मांग की कि वे ऐसा फैसला दें जो आगे के लिए नजीर साबित हो।लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने विभिन्न दलों के नेताओं एवं सदस्यों की इस मुद्दे पर बात सुनने के बाद अंत में कहा कि वह सभी दलों के नेताओं के साथ बैठक कर इस बारे में कोई निर्णय करेंगे।

केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने आजम खान के आचरण की निंदा करते हुए कहा कि यह पुरुषों समेत सभी सांसदों पर 'धब्बा' है और इस घटना से पूरा सदन शर्मसार हुआ है। उन्होंने कहा कि अगर ऐसी घटना सदन के बाहर हुई होती तो पुलिस कार्रवाई कर चुकी होती। ईरानी ने कहा कि यह सिर्फ महिला का सवाल नहीं है। उन्होंने अध्यक्ष से मांग की कि वे ऐसी कार्रवाई करें कि दोबारा ऐसी बात कहने की कोई हिम्मत न कर सके।

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि गत गुरुवार को जो घटना हुई वह अत्यंत निंदनीय है। उन्होंने कहा कि कोई महिला बड़ी कठिनाई से ऐसे पद तक पहुंचती है और उसे ऐसा अपमान सहना पड़े, यह कत्तई उचित नहीं है। उन्होंने कहा कि सदन को दलीय भावना से उठ एकजुट होकर इसका विरोध करना चाहिए और सख्त से सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए।

कांग्रेस के अधीर रंजन चौधरी ने खान के आचरण को गलत ठहराते हुए कहा कि इस बारे में संसद की आचार समिति या विशेषाधिकार हनन समिति है, वह चर्चा करें। बीजू जनता दल के भर्तृहरि माहताब ने कहा कि सदन में अध्यक्ष को पूरी शक्ति दी गई है और यह घटना माफ करने योग्य नहीं है। (हि.स.)

Similar News