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1.477 एकड़ में बनने वाले नए 'मध्यप्रदेश भवन' का मुख्यमंत्री कमलनाथ ने किया भूमिपूजन

Update: 2019-01-12 15:17 GMT

भोपाल/नईदिल्ली। आज हमें समय के साथ अपने नजरिये, सोच और कार्यशैली में परिवर्तन लाने की आवश्यकता है। नई पीढ़ी के सामने जो चुनौतियां है, उनका नई सोच और समझ के साथ ही मुकाबला किया जा सकता है। उक्‍त बातें मुख्यमंत्री कमलनाथ ने शनिवार को नई दिल्ली में नये मध्यप्रदेश भवन के आधारशिला समारोह को संबोधित करते हुये कही। इस दौरान सामान्य प्रशासन मंत्री डॉ. गोविन्द सिंह, भूतपूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल गौर, सांसद एवं विधायक सहित केन्द्र सरकार में पदस्थ वरिष्ठ अधिकारी एवं अन्य गण्यमान्य व्यक्ति इस मौके पर उपस्थित रहे।

स्थान : चाणक्यपुरी, नई दिल्ली, कुल क्षेत्र : 1.477 एकड़, लागत : करीब 150 करोड़ 

मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि नई दिल्ली में नया भवन बदलते समय की मांग है। नया भवन जरूरतों के अनुरूप बनेगा और अन्य प्रदेशों के लिए नज़ीर होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि नया मध्यप्रदेश भवन आधुनिकता का प्रमाण होगा। इसे आने वाले 50 सालों की जरूरतों को ध्यान में रखकर बनाया जायेगा। भवन में यह भी ध्यान रखा जायेगा कि इसमें किसी भी प्रकार की रियायत या सब्सिडी किसी को नहीं दी जायेगी। उन्होंने उम्मीद की कि भवन के संचालन और रखरखाव पर किसी भी प्रकार का कोई खर्चा सरकार पर बोझ नहीं होगा। भवन रेवेन्यू न्यूट्रल के सिद्धांत पर होगा। उन्होंने सबके समर्थन के साथ प्रदेश को विकास और नई दिशा देने का वायदा किया।

नाथ ने कहा कि नई पीढ़ी में नई सोच और नई तड़प है, युवा वर्ग नई-नई जानकारियाँ और नये-नये आयामों को छूना चाहता है। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश सरकार युवाओं के लिए व्यवसाय के अवसर उपलब्ध करवाने के प्रयास कर रही है। कमल नाथ ने कृषि क्षेत्र और इससे जुड़े व्यवसाय को चुनौती मानते हुए कहा कि लगभग 70 प्रतिशत से अधिक लोग कृषि और इस पर आधारित व्यवसाय से जुड़े हैं। हम इनकी आमदनी को दुगनी करने का हरसंभव प्रयास करेंगे।

इस दौरान सामान्य प्रशासन मंत्री डॉ. गोविन्द सिंह ने पुराने मध्यप्रदेश भवन से जुड़े संस्मरण और नये भवन की आवश्यकता के बारे में विस्तार से बताया। कार्यक्रम के समापन पर विशेष आयुक्त अनुराग जैन ने आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर मध्यप्रदेश संवर्ग के केन्द्र सरकार में पदस्थ वरिष्ठ अधिकारियों सहित कई सेवानिवृत्त वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद रहे।(हि.स.) 

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