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तजाकिस्तान में राष्ट्रपति कोविंद का गार्ड ऑफ ऑनर से हुआ स्वागत, सौर गांव बनाएगा भारत

Update: 2018-10-08 08:54 GMT

दुशांबे/नई दिल्ली/स्वदेश वेब डेस्क। मध्य एशियाई देश तजाकिस्तान पहुंचे राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का आज तजाकिस्तान की राजधानी दुशांबे में राजकीय स्वागत हुआ। तजाकिस्तान के राष्ट्रपति भवन में आयोजित समारोह में राष्ट्रपति कोविंद को तजाक सेना की टुकड़ी ने गार्ड ऑफ ऑनर दिया। उसके बाद दोनों देशों के राष्ट्राध्यक्षों के बीच हुई बैठक में भारत-तजाकिस्तान द्विपक्षीय संबंधों को लेकर बात हुई। भारत सरकार तजाकिस्तान में सौर गांव विकसित करेगा। इतना ही नहीं दोनों देशों के बीच कई क्षेत्रों में समझौते भी हुए हैं।

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने बताया कि तजाकिस्तान की राजधानी दुशांबे में वहां के राष्ट्रपति निवास 'पैलेस ऑफ नेशन' में राष्ट्रपति कोविंद की राजकीय आगवानी हुई। तजाक सेना ने राष्ट्रपति कोविंद का गार्ड ऑफ ऑनर से स्वागत किया। उस वक्त तजाकिस्तान के राष्ट्रपति रोहमान उनके साथ रहे। इसके बाद दोनों देशों के राष्ट्रपतियों के बीच प्रतिनिधिमंडल स्तर की बैठक हुई। बैठक में भारत सरकार ने तजाकिस्तान के 07 गांवों को सौर गांव (सोलर विलेज) के रूप में विकसित करने की पेशकश की। इतना ही नहीं इस द्विपक्षीय वार्ता के दौरान भारत सरकार ने तजाकिस्तान की विकास परियोजनाओं के लिए 2 करोड़ अमेरिकी डॉलर यानि करीब 150 करोड़ रुपये की मदद भी देने का एलान किया। इस प्रतिनिधिमंडल स्तर वार्ता के दौरान भारत-तजाकिस्तान के बीच कृषि, नवीनीकृत ऊर्जा, परंपरागत चिकित्सा पद्धति, अंतरिक्ष तकनीकी, युवा मामले, संस्कृति एवं आपदा प्रबंधन को लेकर आपसी सहयोग के लिए एमओयू करने पर सहमति बनी।

भारत के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद अपनी तीन दिन की आधिकारिक यात्रा पर रविवार को मध्य एशिया के देश तजाकिस्तान की राजधानी दुशांबे पहुंचे हैं। दुशांबे एयरपोर्ट पर राष्ट्रपति कोविंद की राजकीय अगवानी हुई थी। उनके स्वागत के लिए तजाकिस्तान के उप-प्रधानमंत्री जोकिरोजोदा महमोडोइर जोइर खुद दुशांबे एयरपोर्ट पहुंचे। ये राष्ट्रपति कोविंद की किसी मध्य एशियाई देश की पहली यात्रा है। भारतीय राष्ट्रपति द्वारा तजाकिस्तान की ये साल 2009 के बाद पहली यात्रा है। इससे पहले भारत के राष्ट्रपति के रूप में तत्कालीन राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल तजाकिस्तान गई थीं। राष्ट्रपति कोविंद की इस यात्रा में उनके साथ रक्षा राज्यमंत्री सुभाष भामरे और राज्यसभा सदस्य शमशेर सिंह भी गए हैं। राष्ट्रपति कोविंद सात से नौ अक्टूबर तक यानी तीन दिनों तक तजाकिस्तान की आधिकारिक यात्रा पर हैं। राष्ट्रपति की यात्रा के दौरान, द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और बहुपक्षीय सहयोग के सभी क्षेत्रों पर चर्चा की उम्मीद है। दोनों देशों के बीच घनिष्ठ संबंधों को देखते हुए इस यात्रा से भारत-तजाकिस्तान द्विपक्षीय संबंधों को और सुदृढ़ करने की उम्मीद है। 

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