SwadeshSwadesh

पाकिस्तान में विश्वविद्यालय के कुलपति अहमद ने सेना पर साधा निशाना

Update: 2018-11-26 09:55 GMT
File Photo

लाहौर। पाकिस्तान के एक प्रमुख विश्वविद्यालय के कुलपति ने सेना के खिलाफ विवादित बयान देकर सुर्खियों में हैं और उन्हें बर्खास्त करने की मांग की जा रही है।

समाचार पत्र डॉन के मुताबिक, उन्होंने कथित रूप से कहा है कि आतंकवादियों की सेना के उच्च रैंक तक पहुंच है। इस बाता को लेकर उनकी निंदा हो रही है। पंजाब प्रांत के गवर्नर चौधरी मोहम्मद सरवर के पास एक अर्जी आई जिसमें पंजाब यूनिवर्सिटी के कुलपति नियाज अहमद को उनकी टिप्पणी के लिए हटाने की मांग की गई है।

अर्जी मोहम्मद अली नाम के एक व्यक्ति ने दी है। उन्होंने कहा है कि नियाज अहमद ने सेना पर तालिबान के लिए काम करने का आरोप लगाया है।अली के मुताबिक कुलपति ने यह भी दावा किया कि स्वात में सेना का एक मेजर था जो तीन से चार बार छुट्टी पर गया और प्रत्येक समय उसने अपने सैनिकों से कहा कि तालिबान और सेना के बीच बनी एक सहमति के तहत वे तालिबान की गोलीबारी पर जवाबी कार्रवाई नहीं करें।

अर्जी दाखिल करने वाले ने कहा कि कुलपति ने पाकिस्तानी सेना के शहीदों की वीरता की कहानियां सुनाने की बजाय एक घटना का जिक्र किया जिसकी कोई प्रासंगिकता नहीं है।

उधर, विश्वविद्यालय के प्रवक्ता खुर्रम शाहजाद ने कहा कि कुलपति का आशय ऐसा कुछ नहीं था जिससे सेना की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचा। उन्होंने समारोह में कहा कि कुलपति ने 1965 के युद्ध में पाकिस्तान सेना के बलिदान पर प्रकाश डाला था।

Similar News