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तीन दिन बाद भी शुरु नहीं हुई खरीदी

Update: 2019-03-27 15:28 GMT

किसान कर रहे एसएमएस का इंतजार, मंडी में बंपर आवक

गुना/निज प्रतिनिधिसमर्थन मूल्य पर गेहूँ खरीदी तीन दिन बाद भी शुरु नहीं हो पाई है। जहां समर्थन के कांटों पर सन्नाटा पसरा हुआ है तो किसान एसएमएस आने का इंतजार कर रहे है। दूसरी ओर नानाखेड़ी मंडी में अनाज की बंपर आवक हो रही है। गेहूं, धनिया सहित चना भी भरपूर मात्रा में आ रहा है। इसके साथ ही दाम भी बेहतर मिल रहे है, इसके चलते समर्थन मूल्य खरीदी को किसान भी फिलहाल तवज्जों नहीं दे रहे है।

सूने पड़े हुए है केंद्र

समर्थन मूल्य पर खरीदी यूं तो 25 मार्च से शुरु हो गई है, किन्तु केन्द्रों पर तीसरे दिन भी सन्नाटा देखने को मिला। नानाखेड़ी मंडी में ही केन्द्र पर कोई किसान अपनी उपज लेकर नहीं पहुंचा था। किसानों का इसको लेकर कहना रहा कि अभी तक उन्हे खरीदी को लेकर कोई एसएमएस ही नहीं मिला है। इसको लेकर बताया गया कि एसएमएस भोपाल से आना है।

रकबे के साथ बढ़े पंजीयन

बताया जाता है कि इस वर्ष गेहूं का रकबा बढक़र 83 हजार हेक्टर क्षेत्र हो गया है। इससे समर्थन मूल्य पर फसल बेचने के लिए किसानों के पंजीयन की संख्या भी बढ़ी है। पिछले साल 18 हजार किसानों ने अपनी उपज बेचने के लिए पंजीयन कराया था, इस बार यह संख्या 32 हजार 788 दर्ज हुई है। इसके मददेनजर उम्मीद जताई जा रही है कि इस साल डेढ़ लाख टन गेहूं की समर्थन मूल्य पर खरीदी हो सकती है, जबकि गतवर्ष 68 हजार टन ही गेहूं खरीदा जा सका था। इधर, चना का रकबा इस साल घटा है, जो 37 हजार हेक्टर क्षेत्र रह गया है, जिससे 19 हजार किसानों ने पंजीयन कराया है।

लगातार दूसरे दिन हुई बंपर आवक

मंडी में लगातार दूसरे दिन गेहूँ सहित अन्य फसल की बंपर आवक हुई। बुधवार को भी नानाखेडी मंडी में ट्रेक्टर-ट्रॉलियों का जमावड़ा लगा रहा। गेहूँ के साथ ही धनिए की भी मंडी में भरपूर आवक हुई। इसके चलते आवागमन में खासी समस्याओं का सामना करना पड़ा। कई किसानों ने अपनी ट्रेक्टर-ट्रॉलियां इस तरह खड़ी कर रखी थी, जिससे निकलने की जगह ही नहीं बची थी। मंडी के ऊपर हिस्से में स्थिति ज्यादा खराब थी। 

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