आस्था के ट्रेक पर रेलवे का मेगा ब्लॉक, तीन ट्रेनें रद्द, व्यवस्था बनाने में प्रशासन के छूटेंगे पसीनें
ट्रेनों से सफर कर लाखों श्रद्धालु पहुँचते है करीला धाम, बसों में बढ़ेगी अनाप-शनाप भीड़
गुना/निज प्रतिनिधि। आस्था के ट्रेक पर रेलवे ने मेगा ब्लॅाक लगा रहा है। दरअसल कल 24 मार्च से 29 मार्च तक रेल यातायात प्रभावित रहने वाला है। इसका कारण रेलवे रखरखाव बता रहा है, जिसके चलते गुना-बीना रुट पर तीन ट्रेनों को रद्द किया गया है। यह निर्णय रेलवे ने ऐेसे समय लिया है, जब दो दिन बाद रंगपंचमी पर पड़ोसी जिले अशोकनगर के करीला धाम पर विश्व प्रसिद्ध मेला लगने जा रहा है। माना जा रहा है कि इस निर्णय के बाद आवागमन की व्यवस्था बनाने में प्रशासन के पसीनें छूट जाएंगे। गौरतलब है कि ट्रेनों से लाखों की संख्या में श्रद्धालु करीला धाम माँ जानकी के दर्शनार्थ पहुंचते है। इन ट्रेनों के रद्द होने से बसों में अनाप-शनाप भीड़ बढ़ने की आशंका जताई जा रही है। खबर है कि प्रशासन इसको लेकर रेलवे से पत्राचार कर रहा है। जिसमें रेलवे से ब्लॉक को कुछ दिन टालने का आग्रह किया जाएगा।
अतिरिक्त तो चलाई नहीं, जो थीं वह और बंद कर दीं
बीना-गुना ट्रेक पर तीन ट्रेन बंद करने को लेकर यात्रियों में खासा आक्रोष देखने को मिल रहा है। यात्रियों का कहना है कि करीला धाम पर लगने वाले विश्व प्रसिद्ध मेले में लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुँचते है, जिससे आवागमन के साधन कम पड़ जाते है। ऐसे में समय-समय पर रेलवे के समय इसके लिए अतिरिक्त ट्रेन चलाए जाने की मांग उठती रही है, रेलवे ने उक्त मंाग को तो स्वीकारा नहीं, उलटे पहले से चल रहीं ट्रेनों को और बंद कर दिया। गोया जैसे रेलवे को श्रद्धालुओं की परेशानी से कोई सरोकार ही नहीं है। रेलवे के इस निर्णय को लेकर चिंचित प्रशासन भी है। प्रशासन के मुताबिक ट्रेन बंद होने से पूरा यातायात बसों सहित अन्य यात्री वाहनों पर आ जाएगा, जिनसे पूर्ति संभव नहीं है।
गुना-बीना ट्रेक पर पांच दिन तक बंद रहेंगी ट्रेन
रेलवे के मुताबिक गुना-बीना के मध्य ट्रेक का रखरखाव किया जाना है, इसके लिए मेगा ब्लॉक लगाया जाएगा। यह ब्लॉक कल 24 मार्च से 5 दिन के लिए लगने जा रहा है। जिसमें पटरियों का संधारण सहित अन्य कार्य होंगे। इसके चलते इस रुट पर तीन ट्रेनों का आवागमन बंद रहेगा। जिसमें प्रतिदिन चलने वाली बीना-गुना ट्रेन का सिर्फ एक ही फेरा लगेगा। जिसमें ट्रेन बीना से चलकर सुबह गुना तो आएगी, किन्तु वापस बीना नहीं जाएगी और दिन भर गुना स्टेशन पर खड़ी रहेगी। इसी तरह भोपाल-ग्वालियर इंटरसिटी 25-26 मार्च को सिर्फ गुना तक आएगी और शाम को यह वापस ग्वालियर लौट जाएगी, वहीं ग्वालियर-बीना पैसेंजर सिर्फ ग्वालियर से गुना तक चलेगी। 27 मार्च तक यह गुना-बीना के बीच निरस्त रहेगी। गौरतलब है कि पिछले कई दिनों से उक्त ट्रेन की यहीं स्थिति बनी हुई है। इससे पहले ही परेशानी का सामना कर रहे यात्रियों की परेशानी और बढ़ेगी।
सामान्य यात्री भी होंगे परेशानी
उक्त ट्रेनों के रदद् से न सिर्फ करीला धाम आने-जाने वाले श्रद्धालुओं को परेशानी उठानी पड़ेगी, बल्कि सामान्य यात्री भी परेशान होंगे। गौरतलब है कि बीना-गुना के बीच हजारों यात्री प्रतिदिन चलने वाली बीना-गुना पैंसेंजर से अपडाउन करते है। इन यात्रियों की परेशानी समय-समय पर सामने आती रही है। ट्रेनों के रद्द होने से गुना-अशोकनगर मार्ग पर चलने वाली यात्री बसों पर दबाव बढ़ेगा। इन बसों पर ठसाठस सवारियों भरी देखने को मिलेंगी। बसों की छत पर भी लोग बैठे देखने को मिलेंगे।
गुना-बीना के लिए सिर्फ साबरमती के भरोसे रहेंगे यात्री
कल से पाँच दिन तक गुना-बीना के सफर के लिए सिर्फ साबरमति ट्रेन पर निर्भर रहेंगे। गौरतलब है कि गुना से बीना जाने के लिए अलसुबह से लेकर दोपहर तक अब एक भी ट्रेन नहीं बची है। प्रतिदिन चलने वाली बीना-गुना पैसेंजर का एक फेरा सिर्फ बीना से गुना तक ही लगेगा तो इंटरसिटी कहने को तो दो दिन ही आंशिक रद्द की जा रही है, किन्तु यात्रियों को इसका लाभ चार दिन तक नहीं मिल सकेगा। यह ट्रेन कल रविवार और बुधवार को वैसे ही बंद रहती है। ऐसे में जो ट्रेन बचती है वो लंबी दूरी की साबरमति सुबह 11.30 बजे है, किन्तु इस ट्रेन की हालत यह है कि इस पर पहले ही यात्रियों का भारी बोझ है। ट्रेन पूरी तरह खचाखच भरी हुई गुना पहुँचती है, स्थिति यह बनती है कि ट्रेन की बाथरुम तक के दरवाजे नहीं खुल पाते है। ट्रेन हालांकि और भी हैं, किन्तु वह दिन भर न होकर रात के समय है।
लगातार रदद् कर रहा है रेलवे ट्रेन
बीना-गुना ट्रेन सहित बीना मार्ग पर चलने वाली ट्रेनों को पिछले लंबे समय से रेलवे किसी न किसी बहाने से रद्द करता चला आ रहा है। प्रतिदिन चलने वाली बीना-गुना पैसेंजर की तो यह स्थिति है कि यह कब चलती है और कब बंद रहती है? इसका कुछ पता ही नहीं चलता। रेलवे उक्त ट्रेन को एक माह तक भी रद्द कर देता है। इसके चलते यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है। रेलवे के उक्त ट्रेन को लेकर अपनाए जा रहे रवैए को लेकर यात्री ट्रेन को बंद करने की आशंका तक जता चुके है। इसके मद्देनजर रेलवे अधिकारियों एवं जनप्रतिनिधियों से भी शिकायत की गई है।
रेलवे के लिए घाटे का सौदा या हवा है बस लॉबी
रेलवे प्रतिदिन चलने वाली बीना-गुना ट्रेन को अपने लिए घाटे का सौदा बताता चला रहा है, इसके चलते उक्त ट्रेन को चलाने की उसकी मंशा भी नहीं है, किन्तु यात्रियों के दबाव के चलते वह इसे बंद नहीं कर पा रहा है। गौरतलब है कि उक्त ट्रेन से गुना से बीना के लिए हजारों लोग प्रतिदिन यात्रा करते है। इन यात्रियों का कहना है कि घाटा तो एक बहाना है, असली कारण बस लॉबी का हावी होना है, यह लॉबी नहीं चाहती है कि उक्त ट्रेन चलती रही। इससे उनके मोटे मुनाफे पर चोट पहुँच रही है। यात्री सेवा संगठन के सुनील आचार्य का कहना है कि भोपाल जाने के लिए पूर्व में जो विकल्प उन्होने सुझाया था, उसे भी इसी बस लॉबी ने पूरा नही होने दिया, वरना तो रेलवे इसको लेकर अपना मन तक बना चुका था। इस सुझाव में कोटा-इंदौर ट्रेन को कोटा-भोपाल बनाने की बात कही गई थी तो ग्वालियर-भोपाल इंटरसिटी को ग्वालियर-इंदौर इंटरसिटी बना दिए जाने का सुझाव दिया गया था।