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लोगों को न घर, न जमीन का पट्टा

Update: 2019-02-12 16:07 GMT

जनसुनवाई में लगाई गुहार, 125 ने सुनाई फरियाद

-निज प्रतिनिधि-

गुना। जिले की करीब एक दर्जन ग्राम पंचायतों के सहरिया जनजाति के ग्रामीणों के पास न तो अपना घर है और नाहीं उन्हे जमीन का पट्टा दिया गया है। इसके साथ ही अन्य शासकीय योजनाओं का लाभ भी उन्हे नहीं मिल पा रहा है। इसको लेकर मंगलवार को उन्होने एकता परिषद के बैनर तले जनसुनवाई में गुहार लगाई। इस दौरान सौपे आवेदन में बताया गया कि बागेरी के नौनेरा में 35 परिवार, छिकारी के 46 परिवार, उकावरखुर्द में 20 परिवार, साबरामोदी में 35 परिवारों को, ग्राम बेरखेड़ी में 45 परिवारों के को न तो प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत आवास मिले है और नाही जमीन के पट्टे दिए गए है। इसके चलते यह परिवार बेघरबारों की तरह जीवन यापन कर रहे है।

सबसे ज्यादा मामले जमीन के

जनसुनवाई में जिले के दूर-दराज अंचलों से आए 125 आवेदकों द्वारा अपनी-अपनी समस्याओं से संबंधित आवेदन कलेक्टर भास्कर लाक्षाकार को दिए गए। इस दौरान कुछ समस्याओं का मौके पर ही निराकरण किया गया तो कुछ के लिए आश्वासन दिया गया। हर बार की तरह इस जनसुनवाई में सबसे ज्यादा मामले जमीनी विवाद से संबंधित आए। इसके साथ ही गरीबी रेखा के राशनकार्ड, वृद्धावस्था पेंशन की मांग की गई।

जनसुनवाई मेें नानाखेडी, बिलौनिया आदि की सहरिया समाज की महिलाओं ने पोषण आहार के लिए अनुदान की मांग की। इन महिलाओं की समस्या कलेक्टर ने उनके बीच पहुंचकर जानी। कलेक्टर ने महिलाओं को बताया कि उक्त योजना का लाभ सिर्फ परिवार की महिला मुखिया होने पर उस महिला को दिया जाता है। 

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