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ग्वालियर की तीन क्रेनों से आज 50 फिट के ढांचे पर स्थापित होगी 31 फिट की भगवान बाहुबली की प्रतिमा

Update: 2019-02-08 15:14 GMT

30 जनवरी को गुना आई थी प्रतिमा, स्थापित करने में कोटा की क्रेन हो गई थी फेल

-निज प्रतिनिधि-

गुना। भगवान बाहुबली की 31 फिट की प्रतिमा को कल 9 जनवरी को सर्वोंदय ज्ञान तीर्थ में 50 फिट के ढांचे पर स्थापित किया जाएगा। इसके लिए ग्वालियर से तीन क्रेन बुलाईं गई है, जो गुना पहुँच गई है। इस क्रेन के माध्यम से प्रतिमा को ढांचे पर स्थापित किया जाएगा। यह प्रक्रिया सुबह 11 बजे से होगी और इसमें 2से 3 घंटे का समय लगने का अनुमान है। इससे पहले ढांचा तैयार कर लिया गया है। जिसमें 5 फिट का कमल भी है। इसके साथ ही भगवान बाहुबली की प्रतिमा को भी रंग-रोगन कर स्थापना के लिए तैयार कर लिया गया है। गौरतलब है कि पहले यह कार्य 30 जनवरी को प्रतिमा के गुना आगमन के साथ होना था। इसके लिए कोटा से विशेष ट्रेन भी बुलाई गई थी, किन्तु वो क्रेन प्रतिमा को स्थापित करने में फेल हो गई थी। जिससे प्रतिमा को मैदान में ही रखवा लिया गया था। 

लग सकते है 2 से 3 घंटे

जानकारों के मुताबिक 31 फिट की भगवान बाहुबली की प्रतिमा को 5 फिट के कमल सहित 50 फिट के ढांचे पर स्थापित करने में 2 से 3 घंटे लग सकते है। चूंकि एक क्रेन से यह संभव नहीं था, इसलिए ग्वालियर से 3 क्रेन बुलाई गईं है। यह क्रेनें काफी बड़ी होने के साथ ही कई विशेषताओं को समेटे हुए है। तीनों क्रेनों से एक साथ प्रतिमा को उठाकर ढांचे पर स्थापित किया जाएगा। इसके लिए ढांचा भी विशेष तरह का तैयार किया गया है। जैन समाज के अध्यक्ष संजीव जैन के मुताबिक प्रतिमा को ढांचे पर स्थापित करने के साथ ही उसे पीछे से सहारा भी दिया जाएगा। जिससे आंधी, बारिश, हवा को प्रतिमा पर असर न पड़े।

चढ़ाया जाता रहा तेल, होते रहे नियमित जाप और पाठ

प्रतिमा के 30 जनवरी को गुना आने के बाद भलें ही ढांचे पर उसकी स्थापना नहीं हो सकी हो, किन्तु इसके बाद 1 फरवरी से जैन समाज व बाँझल खुटियावद परिवार द्वारा प्रतिमा पर नियमित प्रत्येक दिन तेल चढ़ाया जाता रहा। इसके साथ ही जैन समाज द्वारा गुना नगर के सभी मंदिरों पर नित्य -जाप, पाठ, त्याग आदि किया जाता रहा। सर्वोदय ज्ञान तीर्थ क्षेत्र कमेटी अध्यक्ष अरविंद जैन ने बताया कि फिलहाल प्रतिमा को ढांचे पर स्थापित किया जा रहा है, विधिवत रुप से प्रतिमा की स्थापना बाद में पूर्ण विधि-विधान से की जाएगी। इस दौरान भव्य धार्मिक कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। विकास जैन नखराली ने कल कार्यक्रम में उपस्थित होने का आग्रह किया है। उन्होने बताया कि कल ही भगवान आदिनाथ की ७ फुट की पद्मासन प्रतिमा भी स्थापित की जाएगी। विकास जैन ने बताया कि ढांचे पर स्थापित होने के बाद यह प्रतिमा शहर में 4-5 किलोमीटर की दूरी से ही दिखाई देंगी। देश में इस तरह की यह दूसरी प्रतिमा होगी, पहली प्रतिमा दक्षिण में स्थापित है। 

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