राजस्थान से लाया जा रहा है गुना में नशा, स्मैक, शराब अफीम, गांजा सब तरह के नशे की हो रही आपूर्ति
40 ग्राम स्मैक के साथ दो आरोपी गिरफ्तार, बरामद स्मैक की कीमत 7.50 लाख
-निज प्रतिनिधि-
गुना। पिछले लंबे समय नशेडिय़ों का गढ़ बन चुके गुना जिले के तार अंतर्राज्यीय नशा कारोबार से भी सक्रियता के साथ जुड़़ चुके है। इसके तहत पड़ोसी राज्य राजस्थान से लाकर नशीले पदार्थ गुना जिले में खपाए जा रहे है। स्मैक, शराब, अफीम, गांजा हर तरह के नशे की आपूर्ति राजस्थान से गुना में हो रही है।आपूर्ति फतेहगढ़, बमौरी, कुंभराज, जामनेर, मृगवास क्षेत्र के रास्ते हो रही है और यहां से नशा पूरे जिले में फैलाया जा रहा है। इसके लिए एक पूरा गिरोह काम कर रहा है। यह तथ्य मंगलवार को एक बार फिर उस समय प्रमाणित हुआ, जब पुलिस ने दो आरोपियों को धर दबोचा। आरोपियों से 40 ग्राम स्मैक बरामद की गई है। जिसकी अतंर्राष्ट्रीय बाजार में साढ़े 7 लाख कीमत बताई गई है। एसपी राहुल कुमार लोढ़ा के मुताबिक दोनों आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि वह राजस्थान से गुना में लाकर स्मैक बेचते थे। एसपी के अनुसार आरोपियों से जिले में उनके गिरोह के अन्य सदस्यों की जानकारी जुटाई जा रही है।
♦ पहले मांग के आधार पर होती थी आपूर्ति, अब लगातार लाया जा रहा नशा
राजस्थान से पहले मांग के आधार पर नशीले पदार्थों की आपूर्ति होती थी, जब जितनी मांग की जाती थी, उतनी मात्रा में संबंधित नशीला पदार्थ लाया जाता था, किन्तु पिछले कुछ समय से यह अनिवार्य क्रम हो चुका है। इस बीच जिले में नशे के कारोबार ने तेजी से पैर पसारे है और यह कारोबार अंदर तक अपनी जड़े जमा चुका है। इसके चलते नशीले पदार्थों की मांग भी बढ़ी है। इस लिहाज से अब लगातार राजस्थान से इसकी आपूर्ति होती रहती है। कारण नशीले पदार्थ खपाना अब बड़ी समस्या नहीं रह गया है। अब अगर आपके पास यह पदार्थ है तो इसे आसानी से खपाया जा सकता है।
♦ 2 -5 ग्राम तक लाई जा रही स्मैक
जैसे-जैसे नशीले पदार्थ खासकर स्मैक की मांग बढ़ी है, वैसे-वैसे इसकी आपूर्ति बढऩे के साथ इसकी तस्करी के तरीके भी बदले जा रहे है। पहले जहां एक साथ बड़ी तादाद में स्मैक की आपूर्ति होती थी, वहीं अब काफी कम मात्रा में इसे लाया जाता है। यहां तक की 2-5 ग्राम तक स्मैक लाई जा रही है। कारण इससे जहां पकड़े जाने की आशंका कम रहती है तो अगर पकड़े भी जाते है तो सजा भी कम होती है। सूत्र यह भी बताते है कि कम स्मैक की बरामदगी के चलते आरोपी खुद के स्मैक का आदि बताकर भी बच जाते है, वहीं पुलिस भी इन्हे पकडऩे से कतराती है।
♦ किराना दुकान पर भी मिल रहा नशा
नशे के कारोबार की जड़ जिले में कितनी गहराई तक समा चुकीं है, इसका अंदाजा महज इससे ही लग जाता है कि नशा विक्रय के लिए अब सिर्फ स्थाई ठिकाने नहीं रह गए है, बल्कि किराना दुकान और पान की गुमठियों तक पर नशे की सामग्री मिल रही है। दूरस्थ बस्तियों के साथ यह गली-मोहल्लों और सडक़ चलते भी मिल जाता है। ऐसा भी नहीं है कि यह सब बहुत ज्यादा चोरी-छिपे हो रहा है, बल्कि यह कारोबार खुलेआम चल रहा है। इसके साथ ही शहर के साथ ही कुंभराज, चांचौड़ा, मधुसूदनगढ़, जामनेर, मृगवास, आरोन, बीनागंज, चांचौड़ा जैसी छोटी तहसीलें भी नशे की गिरफ्त में आ चुकीं हैं। युवा पीढ़ी तो नशे की गिरफ्त में आकर अपना भविष्य बर्बाद कर ही रही है, वहीं अब तो बड़े पैमाने पर बच्चे भी इसका शिकार हो रही है। कोई सिगरेट से नशा ले रहा है तो कोई पुडिय़ा है तो कोई इंजेक्शन से नशे की दुनिया की सैर करने में लगा हुआ है। कुछ जगह तो महिलाएं और युवतियां तक नशा करने में लग गईं हैं।
♦ एसपी ने बताया था अपनी प्राथमिकता
गौरतलब है कि पदभार संभालने के बाद एसपी राहुल कुमार लोढ़ा ने नशे के कारोबार पर रोकथाम को अपनी प्राथमिकता बताया था। इसके साथ ही पहली अपराध समीक्षा बैठक में भी उन्होने अधिनस्थों को चेता दिया था कि अगर नशे पर रोक नहीं लगी और सट्टा, जुआ चलता रहा तो कार्रवाई तय समझों। यह एसपी की सख्ता का ही असर है कि उनके पदभार संभालने के बाद से स्मैक को लेकर यह पांचवी कार्रवाई है। इसके साथ ही सट्टे को लेकर बजरंगगढ़ थाना प्रभारी पर भी वह दो दिन पहले गाज गिरा चुके है। हालांकि यह कार्रवाई सिर्फ उम्मीद बंधाने वाली है, नशे के कारोबार को खत्म करने के लिए एसपी को लंबी लड़ाई लडऩी पड़ेगी।
♦ 20-20 ग्राम स्मैक बरामद
एसपी ने बताया कि शहर कोतवाली पुलिस ने दो स्थानों पर कार्रवाई करते हुए दो युवकों को पकड़ा है। इन युवकों के कब्जे से 20-20 ग्राम स्मैक बरामद की गई है। एसपी श्री लोढ़ा ने बताया कि हड्डी मिलके पास से एक युवकं को संदिग्ध अवस्था में खड़े होने पर उसकी तलाशी ली गई । इस दौरान दोनों युवक के पास से 20 ग्राम स्मैक मिली, वहीं आरोन बस स्टैण्ड से भी एक युवक को पकड़ा गया। इसके पास से भी 20 ग्राम स्मैक मिली। युवकों ने अपने नाम दिनेश पुत्र भोलाराम मीना एवं अरविंद पुत्र सूरज मीना बताए है। अरविंद पुत्र सूरज मीना बताए। दोनों आरोपी राजस्थान के निवासी है। दिनेश छीपाबड़ोद तो अरविंद बांरा के काजरपुर का निवासी है।
♦ उगलवाए जा रहे साथियों के नाम
एसपी ने बताया कि दोनों आरोपी नशे के कारोबार में लंबे समय से लिप्त है, आरोपी जिले में किन्हे स्मैक की आपूर्ति करते है? इसको लेकर उनसे पूछताछ की जा रही है। उम्मीद है कि पूछताछ के दौरान एक बड़े रैकेट का खुलासा हो सकता है। इसके बाद नशे के कारोबार पर काफी हद तक लगाम लगेगी।