-निज प्रतिनिधि-
गुना। केन्द्र सरकार के बजट को लेकर मिलीजुली प्रतिक्रिया सामने आ रही है। भाजपा और कांग्रेस की तरफ से तो हमेशा की तरह दलगत राजनीति के हिसाब से प्रक्रिया निकलकर सामने आ रही है, वहीं आमजन के बीच कहीं खुशी तो कहीं गम का माहौल देखने को मिल रहा है। कुछ लोगों ने बजट को बहुत अच्छा बताया है तो कुछ लोगों का कहना है कि बजट पूरी तरह से चुनावी है और उसमे ऐसा कुछ नहीं है, जिससे उन्हे लाभ मिलेगा। सबसे ज्यादा खुशी लोगों को कर छूट बढऩे को लेकर है, जिसमें 5 लाख तक की आय पर कोई कर नहीं लगने की बात कही गई है, वहीं गरीबों को 3000 रुपए पेंशन देने के निर्णय की भी प्रशंसा हो रही है।
बजट सबका साथ, सबका विकास वाला है। बजट में हर वर्ग का ध्यान भाजपा सरकार ने रखा है। यह एक ऐसा बजट है, जिससे हर वर्ग को लाभ मिलेगा, वहीं प्रगति एवं विकास के द्वार खुलेंगे। 3000 रुपए गरीबों को पेंशन देने का सरकार का निर्णय भाजपा की संवेदनशीलता को दर्शाता है, इसके साथ ही कर छूट को बढाऩा भी सरकार का ऐतिहासिक कदम है। जिससे कर्मचारी खुश हैं।
राजेन्द्र सलूजा, नपाध्यक्ष गुना।
बजट में न तो 15 लाख के वादे की पूर्ति की गई और न रोजगार की पूर्ति हुई। इसके साथ ही 5 सदस्यीय परिवार को प्रति दिन 17 रुपए का झुनझुना पकड़ाया गया है। किसानों के लिए भी बजट में कुछ नहीं है। जिससे यह बजट पूरी तरह से जनविरोधी रुप में सामने आ रहा है।
योगेन्द्र लुम्बा, कांग्रेस महासचिव
केंद्र सरकार का बजट पूरी तरह से जनहितैषी बजट है। आयकर छूट की सीमा बढ़ाने से कर्मचारी खुश हैं। वर्तमान में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों को भी कर के दायरे में आ गए थे। 3000 रुपए महीने पेंशन देने से भी गरीबो के जीवन में राहत मिलेगी। इसके साथ ही छोटे किसानों के खाते में हर साल 6 हजार रुपए आने का निर्णय भी सराहनीय है।
अनिल भार्गव, शिक्षक
शिक्षा, स्वास्थ्य आदि को लेकर बजट में विशेष ध्यान रखा गया है। जितना जोर इस दोनों संवेदनशील विषय पर दिया गया है, वह सराहनीय है । बजट से शिक्षा को बढ़ाना मिलेगा तो कृषि क्षेत्र में भी नई संभावनाएं पैदा होंगी।
सुनील जैन, छात्र
केंद्र सरकार का बजट आम जनता के लिए मिलाजुला है और जो पांच लाख की आयकर में छूट दी गई है। वह कर्मचारी और छोटे व्यापारियों के हित में है, युवाओं के साथ ही छोटे व्यापारियों की तरफ भी बजट में ध्यान दिया जाता तो और बेहतर होता।
कीर्ति सक्सेना, गृहिणी
पूरा चुनावी बजट है। लोग पहले से ही महंगाई से जूझ रहे है। इस बजट से महंगाई और बढ़ जाएगी। युवा, महिलाओं और व्यापारियों को कोई तबज्जों नहीं दी, जबकि व्यापारी पहले से ही परेशान है।
राकेश शर्मा, युवा
अच्छा बजट है। केंद्र सरकार ने सभी वर्गों का ध्यान रखा है। आयकर में छूट की सीमा बढ़ाने से मध्यमवर्गीय परिवारों को लाभ मिलेगा। गरीब, पिछड़े, किसान, कामगार, मजदूर, महिला, युवा और छोटे व्यापारियों के सशक्तिकरण को भी ध्यान में रखा है।
आरती माथुर, छात्रा