उपायुक्त सहकारिता एक लाख रुपये की रिश्वत लेते रंगेहाथ गिरफ्तार

गुना में पदस्थ केके द्विवेदी को ग्वालियर लोकायुक्त की टॉम ने किया गिरफ्तार, समिति प्रबंधक से निलंबन रोकने मांगी दो लाख रुपये की रिश्वत

Update: 2018-11-22 13:41 GMT

गुना/ग्वालियर/स्वदेश वेब डेस्क। लोकायुक्त पुलिस ग्वालियर की टीम ने गुना जिले में पदस्थ सहकारिता विभाग के उपायुक्त केके द्विवेदी को एक लाख की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। फरियादी हरिशंकर रघुवंशी सहकारिता विभाग में समिति प्रबंधक है। उपायुक्त केके द्विवेदी ने रघुवंशी से उसका निलम्बन नहीं करने की एवज में दो लाख रुपये की रिश्वत मांगी थी।

लोकायुक्त एसपी ग्वालियर अमित सिंह के अनुसार फरियादी समिति प्रबंधक हरिशंकर रघुवंशी ने लोकायुक्त में शिकायत की थी कि गुना के उपायुक्त केके द्विवेदी को उन्होंने 19 नवम्बर को एक प्रस्ताव भेजा था जिसमें उन्होंने निवेदन किया था उनके पास तीन समितियों करोंद, बरखेड़ा और मावन का चार्ज है जिसके चलते समर्थन मूल्य पर उड़द की खरीदी में परेशानी आ रही है इसलिए उनसे कोई चार्ज कम कर सहायक प्रबंधक को दे दिया जाए जिसके बाद उपायुक्त ने उन्हें खरीदी नहीं करने पर निलंबन की चेतावनी दी। रघुवंशी ने जब उपायुक्त से ऐसा नहीं करने का निवेदन किया तो केके द्विवेदी ने समिति प्रबंधक रघुवंशी से निलंबन नहीं करने और चार्ज हटाने की एवज में दो लाख रुपये रिश्वत मांगी। मामला डेढ़ लाख में तय हुआ जिसकी पहली किश्त एक लाख रुपये गुरुवार को देना तय हुआ। गुरुवार को जैसे ही कलेक्ट्रेट स्थित उपायुक्त सहकारिता के कार्यालय में हरिशंकर रघुवंशी ने केके द्विवेदी को एक लाख रुपये दिए, कार्यालय के बाहर खड़ी लोकायुक्त की टीम ने उन्हें रुपये सहित रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया। टीम ने आरोपी उपायुक्त के खिलाफ भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया है।  

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