नई दिल्ली। ऑनलाइन रेल टिकट बुक कराना फिर महंगा होगा, क्योंकि आईआरसीटीसी ने टिकट बुकिंग पर दोबारा सेवा शुल्क लेने का फैसला किया है। तीन साल पहले नोटबंदी के दौरान डिजिटल भुगतान को बढ़ावा देने के लिए इसे वापस ले लिया गया था। आईआरसीटीसी प्रत्येक गैर एसी ई-टिकट पर 20 रुपये और एसी टिकट के लिए 40 रुपये वसूलता था।
आईआरसीटीसी सेवा शुल्क बढ़ा भी सकता है। उसे फैसला करना है कि वह पुरानी दर से ही सेवा शुल्क लेगा या इसे बढ़ाएगा और कब से यह लागू होगा। रेलवे बोर्ड ने आईआरसीटीसी को ऑनलाइट टिकट बुक करने वाले यात्रियों से सेवा शुल्क वसूलने की मंजूरी दे दी है। बोर्ड ने तीन अगस्त को एक पत्र में कहा कि आईआरसीटीसी ने ई-टिकटों की बुकिंग पर सेवा शुल्क बहाल करने के लिए विस्तृत पक्ष रखा था और सक्षम प्राधिकार ने मामले की जांच की है। वित्त मंत्रालय ने माना कि उसे नुकसान हुआ है।
सेवा शुल्क बंद होने से 2016-17 में आईआरसीटीसी की इंटरनेट से बुक टिकटों से होने वाली आय में 26 प्रतिशत गिरावट दर्ज की गई। सेवा शुल्क हटने से आईआरसीटीसी ने 2017-18 में 693 करोड़ और 2016-17 के चार महीनों में 575 करोड़ रुपये का नुकसान झेला था।