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पुलवामा हमले का आरोपित सज्जाद खान 29 मार्च तक एनआईए हिरासत में

Update: 2019-03-22 14:39 GMT

नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने बड़ी कामयाबी हासिल करते हुए आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के एक सदस्य और पुलवामा हमले के मास्टरमाइंड मुदस्सर अहमद खान के साथी सज्जाद अहमद खान को गिरफ्तार किया है। पटियाला हाउस कोर्ट ने सज्जाद खान को 29 मार्च तक के लिए एनआईए हिरासत में भेज दिया है। एडिशनल सेशंस जज राकेश स्याल ने यह आदेश दिया।

सज्जाद खान को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने गुरुवार रात गिरफ्तार किया था। पुलिस को सूचना मिली थी कि पुलवामा हमले के मास्टरमाइंड मुदस्सर का साथी सज्जाद(27) जम्मू से दिल्ली आया है और हमला करने के लिए जैश का नेटवर्क तैयार कर रहा है। राष्ट्रीय जांच एजेंसी(एनआईए) ने उसकी तलाश में छापेमारी शुरू की। आतंकी सज्जाद खान को पुलिस ने लालकिला के पास लाजपत राय मार्केट से गुरुवार रात गिरफ्तार किया। वह एनआईए की एफआईआर के तहत यूएपीए एक्ट में वांछित था।

स्पेशल सेल के डीसीपी प्रमोद कुशवाहा ने बताया कि गिरफ्तार आतंकी सज्जाद अहमद खान पुलवामा(जम्मू कश्मीर) के त्राल का रहने वाला है। उसे पुलवामा में सीआरपीएफ की बस पर हुए हमले की साजिश की पूरी जानकारी थी। मास्टरमाइंड मुदस्सर ने ही हमले का वीडियो जारी किया था। उसने ही उसे दिल्ली में बेस तैयार करने की जिम्मेदारी दी थी। डीसीपी ने बताया कि पुलिस के हत्थे चढ़े आतंकी सज्जाद के दो भाई भी जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी थे। वे दिल्ली में 2003 में भारी मात्रा में विस्फोटक, हथियार एवं 20 लाख रुपये के साथ दबोचे गए जैश आतंकी नूर मोहम्मद के श्रीनगर जेल में संपर्क में आकर संगठन से जुड़े थे। इन्हें सेना ने एनकाउंटर में मार गिराया था।

मुदस्सर ने भेजा था दिल्ली

सज्जाद ने पूछताछ में खुलासा किया है कि पुलवामा में सीआरपीएफ की बस पर हमले के मास्टरमाइंड जैश आतंकी मुदस्सर ने ही उसे दिल्ली भेजा था। सज्जाद को मुदस्सर ने दिल्ली में स्लीपर सेल स्थापित करने का काम सौंपा था। उसे दिल्ली सहित उत्तर भारत में नौजवानों को संगठन से जोड़ने और उन्हें आर्थिक मदद कर हथियार व विस्फोटक मुहैया कराने की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। पकड़े जाने से करीब ढाई महीने पहले से वह पुरानी दिल्ली में शॉल विक्रेता के रूप में रह रहा था।

एक ऐप के जरिए था संपर्क में

गिरफ्तार सज्जाद पुलवामा हमले के मास्टरमाइंड मुदस्सर और पाकिस्तानी आतंकी यासिर से एक ऐप के जरिए फर्जी दस्तावेजों से लिए गए नंबरों से संपर्क करता था। मुदस्सर और यासिर से मिले निर्देशों का वह पालन करता था। पुलिस अब उससे पूछताछ कर यह पता लगाने का प्रयास कर रही है कि कहीं पिछले दिनों यमुनापार के लक्ष्मी नगर इलाके में पकड़े गए आतंकियों से भी तो वह संपर्क में नहीं था।

कौन था मास्टरमाइंड मुदस्सर

जम्मू कश्मीर में एनकाउंटर में मारे गए पुलवामा हमले के मास्टरमाइंड मुदस्सर ने हमले के लिए विस्फोटक और गाड़ी का इंतजाम किया था। पेशे से इलेक्ट्रीशियन मुदस्सर के पास ग्रेजुएशन की डिग्री भी थी। कश्मीर के पुलवामा स्थित त्राल के मीर मोहल्ले के रहने वाले मुदस्सर ने 2017 में एक ओवरग्राउंड वर्कर के रूप में आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद शामिल किया था। बाद में उसे नूर मोहम्मद तांत्रे उर्फ नूर त्राली ने जैश में सक्रिय रूप से जिम्मेदारी सौंपी थी। नूर पर कश्मीर घाटी में आतंकी संगठनों को दोबारा से खड़ा करने का आरोप है।

उल्लेखनीय है कि जांच एजेंसियों को पता चला था कि 14 फरवरी को जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले की तैयारी एक महीने पहले से ही जारी थी। आईएसआई ने जैश-ए-मोहम्मद, तालिबानी आतंकवादियों, हक्कानी नेटवर्क की साझा बैठक बहावलपुर में करवाई थी, जिसमें पुलवामा हमले की साजिश रची गई थी। बहावलपुर में ही जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अज़हर का अड्डा है।

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