रामविलास पासवान ने कहा - संसद में एससी-एसटी विधेयक का पारित होना विपक्ष को करारा जवाब
नई दिल्ली। लोक जनशक्ति पार्टी के अध्यक्ष रामविलास पासवान ने कहा है कि दलितों और आदिवासियों के खिलाफ अत्याचार निवारण कानून को मजबूत बनाने के लिए संसद में पारित विधेयक मोदी सरकार को दलित-विरोधी बताने वाले विपक्ष को करारा जवाब है।
गुरुवार को सरकार ने संसद में अनुसूचित जाति (एससी) और अनुसूचित जनजाति (एसटी) विधेयक पारित कर उच्चतम न्यायालय के उस आदेश को पलट दिया, जिसमें शीर्ष अदालत ने एससी-एसटी कानून के तहत कुछ नरमी दिखायी थी। राज्यसभा में यह विधेयक आम सहमति से पारित हुआ।
इस पर केन्द्रीय मंत्री पासवान ने ट्वीट किया, 'हमें खुशी है कि पुराने अधिनियम में बिना किसी संशोधन के एससी-एसटी विधेयक संसद के दोनों सदनों में पारित हो गया। यह विपक्षी दलों को करारा जवाब है, जो राजग सरकार को दलित-विरोधी बताते थे।'
दलित समूहों की अन्य मुख्य मांगों के बारे में पासवान ने लिखा है कि सरकार पदोन्नति में आरक्षण लागू करने और विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) के उस आदेश को वापस लेने को प्रतिबद्ध है, जिसके कारण दलितों और आदिवासियों के कोटे पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है।
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की प्रशंसा करते हुए कहा कि लोजपा उनका सम्मान करने के लिए 11 अगस्त को धन्यवाद ज्ञापन समारोह का आयोजन करेगी। पटना में 12 अगस्त को एक अन्य समारोह का भी आयोजन किया जाएगा।