नई दिल्ली। अमृतसर ट्रेन हादसे में 60 लोगों की दर्दनाक मौत के बाद रेल प्रशासन को सुरक्षित ट्रेन चलाने के नियम-कायदे याद आए। रेलवे द्वारा अब पुराने निर्देशों को नए सिरे से जारी किए गए, जिसमें कहा गया है कि चालक पटरी के आसपास भीड़ देखकर ट्रेन की रफ्तार कम रखें। वहीं, रेल सुरक्षा कर्मियों जैसे गार्ड, गेटमैन, कीमैन, स्टेशन मास्टर,आरपीएफ को पटरियों के आसपास भीड़ जमा होने तथा पटरी के आसपास होने वाले आयोजन की अविलंब सूचना देने की कड़ी हिदायत दी गई है।
रेलवे द्वारा जारी संरक्षा निर्देश में अमृतसर ट्रेन हादसे में मृतकों का उल्लेख करते हुए कहा गया कि ऐसी घटनाएं भविष्य में नहीं हो इसके लिए संरक्षा कर्मियों को निर्देशों का सख्ती से पालन करना होगा। इसमें लोको पॉयलेट, सहायक लोको पॉयलेट व गार्ड को निर्देश दिया गया है कि रेलवे पटरी के आसपास लोगों की भीड़ नजर आए, त्यौहार का आयोजन, मेला होने की जानकारी तुरंत दी जाय तथा चालक उस जगह पर गाड़ी की चाल पर निरंतर रखे। इसकी सूचना तुरंत नजदीकी स्टेशन में देने के निर्देश दिए गए हैं। निर्देश में रेलवे क्रासिंग पर तैनात गेटमैन व पटरियों की पेट्रोलिंग करने वाले कीमैन से कहा गया है कि उपरोक्त स्थिति होने पर नजदीक के स्टेशन मास्टर को अविलंब सूचना देनी होगी। स्टेशन मास्टर संरक्षा कर्मियों से प्राप्त सूचना के आधार पर स्थानीय पुलिस, जीआरपी-आरपीएफ को इसकी सूचना देगा। दरअसल, देश में ट्रेन ऑपरेशन मैन्युअल, ट्रेन एक्सीडेंट मैन्युअल, जनरल नियम अंग्रेजों के समय के चल रहे हैं। आज भी 1890 में तय किए गए संरक्षा नियम से काम चलाया जा रहा है। रेलवे द्वारा जिनके पालन के निर्देश दिए गए हैं, वह पहले से लागू हैं, लेकिन इस पर अमल नहीं होता। अब जबकि अमृतसर में बड़ा रेल हादसा हो गया तो उसी पुराने नियम का पालन करने की याद दिलाई गई है।