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रोड शो : राहुल ने आखिरकार गहलोत-पायलट को किया एक

एकजुटता से भाजपा से लड़ने का पाठ सिखाया, एक शिक्षक और सलाहकार के रूप में दिखे राहुल गांधी

Update: 2018-08-11 04:15 GMT

जयपुर। जयपुर दौरे पर आए राहुल गांधी ने कांग्रेस नेताओं में छिड़ी जंग को रोकने की कोशिश की। माना भी जा रहा था कि राहुल गांधी डैमेज कंट्रोल करने का पूरा प्रयास करेंगे, मंच से यह दिखाई भी दिया। उन्होंने पूरे रोड शो से लेकर रामलीला मैदान तक यही मैसेज देने की कोशिश की कि आपसी लड़ाई की बजाय नेता कार्यकर्ताओं की आवाज बनें। यही कारण रहा कि शनिवार को सार्वजनिक मंच से पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और प्रदेश कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष सचिन पायलट आपस में गले मिलते दिखे।

दौरे में राहुल एक शिक्षक व सलाहकार के रूप में भी नजर आए। उन्होंने प्रदेश के नेताओं को एकजुटता के साथ भाजपा से लड़ने का पाठ पढ़ाया। वह मंच से बार-बार बोले कि कांग्रेस की सरकार किसी नेता की न होकर आम कार्यकर्ताओं की सरकार होगी। कांग्रेस सरकार में कार्यकर्ताओं की चलेगी। नेताओं को संदेश साफ था कि आम कार्यकर्ताओं को महत्व दिया जाए। इससे यह पता चल गया कि राहुल गांधी से राजस्थान के हालात छिपे हुए नहीं है। उन्होंने रोड शो में वरीयता के अनुसार अशोक गहलोत को अपने साथ आगे बैठाया। पीसीसी अध्यक्ष पीछे की सीट पर बैठे तो सभा में भी पहले वरिष्ठता के अनुसार अशोक गहलोत का नाम लिया, फिर सचिन पायलट का। इशारा साफ था कि राजस्थान में किसी भी वरिष्ठ नेता के अस्तित्व को कमजोर नहीं होने दिया जाएगा तो सबको साथ लेकर चलने का बात भी इशारा में बोली।

चार घंटे कार्यकर्ताओं से जुड़ने की कोशिश: राहुल गांधी ने जयपुर रोड शो में चार घंटों में कार्यकर्ताओं से जुड़ने की भरपूर कोशिश की। राहुल गांधी रोड शो के दौरान कई बार प्रोटोकॉल भी तोड़ते दिखे और आम कार्यकर्ताओं का अभिवादन स्वीकार करने के लिए उनके फूल लेने और उनसे हाथ मिलाते दिखे। इस दौरान कांग्रेस के कार्यकर्ता भी यह भी कहते दिखे कि अब राहुल में उनके पिता राजीव गांधी की झलक दिखने लगी है।

भरपूर जोश और उत्साह: राहुल गांधी से मिलने आए कार्यकर्ताओं में भरपूर जोश और उत्साह साढ़े चार घंटे में दिखाई दिया। इस दौरान पुलिस की सख्ती से कार्यकर्ता कई दफा मायूस हुए। कई जगह पुलिस ने लाठियों से उनको डराने की कोशिश की। कई जगह हालात बिगड़े। मगर अपने नेता की एक झलक देखने और सेल्फी लेने की पूरी कोशिश में कार्यकर्ता दिखाई दिया। इस दौरान, राहुल गांधी से मिलने किन्नर तक आए। उन्होंने राहुल के जल्द शादी होने और बेटे होने के साथ प्रधानमंत्री बनने की कामना की। वहीं कांग्रेसी महिला कार्यकर्ताओं ने भी साफ कहा कि राहुल गांधी महिलाओं की आवाज बने है।

रामलीला मैदान में कार्यकर्ता अपने नेता की एक झलक पाने के लिए लालायित रहे। इस दौरान कुर्सियों में चढ़कर राहुल गांधी दिख जाने पर उनको संतोष हुआ। चौंमू से आए कजोड़ ने बताया कि राहुल गांधी दिख गए और उनकी इच्छा पूरी हो गई। राहुल गांधी के आने से कार्यकर्ता भरपूर उत्साहित दिखे। तो महिलाओं की उमड़ी भीड़ ने भी राहुल गांधी के दौरे को कुछ खास बना दिया।

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