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भारतीयता का जो सबूत है उसको मांगने की इजाजत किसी को नहीं : प्रियंका

Update: 2019-12-22 09:14 GMT

नई दिल्ली। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा रविवार को अचानक उत्तर प्रदेश के बिजनौर पहुंचीं और संशोधित नागरिकता कानून को लेकर हाल में हुई हिंसा में मारे गए दो व्यक्तियों के परिवारों से मुलाकात की। कांग्रेस के स्थानीय नेताओं ने कहा कि वह जिले के नहटौर इलाके पहुंचीं और कानून के नये प्रावधानों को लेकर हाल में हुई हिंसा में मारे गए दो व्यक्तियों के परिवारों से मिलीं। इसके बाद उन्होंने कहा कि भारतीयता का जो सबूत है उसको मांगने की इजाजत किसी को नहीं है। उत्तर प्रदेश में सीएए विरोधी प्रदर्शनकारियों द्वारा की गई हिंसा से प्रभावित जिलों में बिजनौर भी शामिल है। प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पथराव करके कुछ वाहनों को आग लगा दी थी।

पिछले दिनों कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी संशोधित नागरिकता कानून और प्रस्तावित राष्ट्रव्यापी राष्ट्रीय नागरिक पंजी के खिलाफ यहां इंडिया गेट पर विद्यार्थियों द्वारा किये जा रहे प्रदर्शन में शामिल हुईं और उन्होंने सरकार पर गरीब विरोधी होने का आरोप लगाया था। उन्होंने कहा कि नागरिकता कानून और एनआरसी गरीबों के खिलाफ है। इससे गरीबों पर सबसे ज्यादा असर पड़ेगा।

उन्होंने कहा कि सरकार चाहती है कि हर व्यक्ति अपनी नागरिकता साबित करने के लिए उसी तरह लाइन में खड़ा हो, जिस तरह वह नोटबंदी के बाद खड़ा हुआ था। बड़ी संख्या में लोग नये नागरिकता कानून और प्रस्तावित राष्ट्रव्यापी एनआरसी के खिलाफ अपना असंतोष प्रकट करने के लिए यहां इंडिया गेट पर पहुंचे थे। 'आजादी, 'नो एनआरसी, 'नो सीएए के नारे लगाते हुए प्रदर्शनकारियों ने मांग की कि नया कानून वापस लिया जाए। राष्ट्रीय राजधानी में संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ कई प्रदर्शन हुए हैं।

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