SwadeshSwadesh

चंद्रयान-2 की लॉन्चिंग का समय टला, यहां जानिए

Update: 2019-07-15 08:40 GMT

नई दिल्ली। भारत की बहुप्रतीक्षित की लॉन्चिंग भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन ने तकनीकी कारणों से रोक दी गई है। लॉन्च से 56.24 मिनट पहले चंद्रयान-2 का काउंटडाउन रोक दी गई। अगली तारीख की घोषणा शीघ्र की जाएगी। चंद्रयान-2 को 15 जुलाई को तड़के 2.51 बजे देश के सबसे ताकतवर बाहुबली रॉकेट GSLV-MK3 से लॉन्च करने का कार्यक्रम था।

मीडिया रिपोर्ट से पता चला कि खामी रॉकेट या चंद्रयान-2 में नहीं है, जो खामी आई है वह जीएसएलवी-एमके3 के क्रायोजेनिक इंजन और चंद्रयान-2 को जोड़ने वाले लॉन्च व्हीकल में आई है। प्रारंभिक जांच में लॉन्च व्हीकल में प्रेशर लीक की कमी देखी गई है। इसलिए अब रॉकेट के सभी हिस्सों को अलग-अलग करके जांच की जाएगी। चंद्रयान-2 अभी जिस हालत में है, उसे उसी स्थिति में सुरक्षित रखा जाएगा। रॉकेट को अलग करके जांच करने में काफी समय लग सकता है । माना जा रहा है कि इससे प्रक्षेपण का समय तीन महीने टल गया है।

जीएसएलवी-एमके3 को अलग-अलग करके जांच करने और सुधार करने में काफी समय लग सकता है। अगर वैज्ञानिक पूरा प्रयास करने के बाद भी चार दिनों के अंदर लॉन्च नहीं कर पाते तो अगले कुछ हफ्ते चंद्रयान की लॉन्चिंग संभव नहीं हो पाएगी। अगला लॉन्च विंडो अक्टूबर में आएगा, लॉन्च विंडो वह उपयुक्त समय होता है जब पृथ्वी से चांद की दूरी कम होती है और पृथ्वी के चारों तरफ चक्कर लगाने वाले उपग्रहों से टकराने की संभावना बेहद कम हो जाती है।

इसरो वैज्ञानिक ये पता करने का प्रयास कर रहे हैं कि लॉन्च से पहले ये तकनीकी कमी कहां से आई। इसरो प्रवक्ता बीआर गुरुप्रसाद ने इसरो की तरफ से बयान देते हुए कहा कि जीएसएलवी-एमके3 लॉन्च व्हीकल (रॉकेट) में खामी आने के कारण लॉन्चिंग रोक दी गई है। लॉन्चिंग की अगली तारीख शीघ्र ही घोषित की जाएगी। लॉन्च से करीब 56.24 मिनट पहले इसरो ने मीडिया सेंटर और विजिटर गैलरी में लाइव स्क्रीनिंग पर रोक दी है। इस रुकावट की वजह से इसरो वैज्ञानिकों की 11 साल की मेहनत को एक झटका लगा है। इसरो वैज्ञानिकों द्वारा अंतिम क्षणों में यह तकनीकी कमी को पता लगा लेना भी बड़ा कदम है। इस कमी के साथ ही रॉकेट छूटता तो बड़ा हादसा हो सकता था।

Similar News