पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ने कहा - अनुच्छेद 370 खत्म करने के फैसले पर हम कोर्ट में जाएंगे
जम्मू। केन्द्र सरकार द्वारा जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटाए जाने के फैसले पर नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष व जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला मंगलवार ने कहा कि यह धोखा है और मोदी सरकार के इस फैसले के खिलाफ हम कोर्ट जाएंगे। हम पत्थरबाज या ग्रेनेड फेंकने वाले नहीं हैं लेकिन इन्होंने हमारे घर के दरवाजे बंद कर दिए हैं और झूठ बोला जा रहा है कि फारूक अब्दुल्ला अपनी मर्जी से संसद में उपस्थित नहीं हैं। ये हमारी हत्या करना चाहते हैं और मेरा बेटा उमर अब्दुल्ला बहुत तकलीफ में है परन्तु हम शांति में विश्वास रखते हैं और हम शांति से अपनी लड़ाई लड़ेंगे।
जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला नजरबन्द रखने की खबरों के बीच मंगलवार को मीडिया के सामने आए और उन्होंने केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला। अब्दुल्ला ने कहा कि कश्मीर को विशेषाधिकार देने वाले अनुच्छेद 370 और अनुच्छेद 35ए भारत सरकार की ओर से गारंटी थे परन्तु यह हमसे धोखा हुआ है। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि मुझे अपने घर में कैद कर दिया गया है जबकि मेरे बेटे को गिरफ्तार किया गया है। हम अपने ही घर में कैद होकर रह गए हैं। उन्होंने कहा कि मैं अपनी मर्जी से घर पर क्यों बैठूंगा, जब मेरा राज्य जल रहा है, जब मेरे लोगों को जेल में डाला जा रहा है। यह वह भारत नहीं है जिसमें मैं यकीन करता था। अब्दुल्ला ने जम्मू और कश्मीर पर संसद में लाए गए बिल को अंसवैधानिक बताते हुए कहा कि वह इस बिल के खिलाफ अदालत जाएंगे। हम पत्थरबाज या ग्रेनेड फेंकने वाले नहीं हैं और शांतिपूर्वक अपनी लड़ाई लड़ेंगे।
सोमवार देर शाम को ही नेशनल कांग्रेस के उपाध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला, पीडीपी की अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ़्ती, पीपुल्स कांफ्रेंस के अध्यक्ष सज्जाद लोन व इमरान अंसारी को गिरफ्तार कर लिया गया था जबकि नेशनल कांग्रेस अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला सहित एक दर्जन मुख्यधारा के नेताओं व अलगाववादियों में सैयद अली शाह गिलानी, मीरवाइज मौलवी उमर फारूक सहित प्रमुख अलगाववाद नेताओं को घरों में ही नजरबंद रखा गया है।