डूडल : दुनिया में आंखों की देखभाल के सबसे बड़ा प्रदाता

Update: 2018-10-01 04:22 GMT

नई दिल्ली/स्वदेश वेब डेस्क। गूगल ने आज यानी 1 अक्टूबर को अपना डूडल महान नेत्र चिकित्सक डॉ. गोविंदप्पा वेंकटस्वामी को समर्पित किया। आज उनकी 100वीं जयंती है। 1 अक्टूबर 1918 को तमिलनाडु के वडामल्लपुरम में जन्मे डॉ. वेंकटस्वामी ने अपना पूरा जीवन अंधेपन की बीमारी से जूझ रहे लोगों की आंखों को रोशनी देकर उनकी जिंदगी में उजाला भरा दिया। वेंकटस्वामी के करीबी लोग उन्हें डॉ. वी. के नाम से पुकारते थे। डॉ. गोविंदप्पा वेंकटस्वामी ने मदुरै के अमेरिकन कॉलेज से केमेस्ट्री में ग्रैजुएशन की। 1944 में उन्हें मद्रास के स्टैनली मेडिकल कॉलेज से मेडिकल डिग्री ली। 1945 से 1948 तक उन्होंने भारतीय सेना में फिजिशियन के तौर पर काम किया। 30 साल की उम्र में उन्हें रूमेटॉइड अर्थराइट (गठिया) की बीमारी हो गई। इसके बाद उन्होंने नेत्र चिकित्सा का अध्ययन किया और अपने जीवनकाल में 1 लाख से अधिक लोगों की आंखों की सर्जरी की। आज के गूगल डूडल में गूगल ने अपने होम पेज पर डॉ. वी. का फोटो लगाया है। इस पर क्लिक करने पर डॉ. वी. से जुड़ी स्टोरीज का पेज खुल जाता है।

अरविन्द नेत्र चिकित्सालय की नींव सन् 1976 में डॉ जी वेंकटस्वामी ने की थी। भारत के तमिलनाडु के मदुरै स्थित एक अशासकीय नेत्र चिकित्सालय है। यह विश्व का सबसे बड़ा एवं सर्वाधिक उत्पादक नेत्र सुरक्षा की सुविधा वाला नेत्रालय है। बता दें कि इनके अस्पताल में नेत्रहीन या अंधेपन की बीमारी से ग्रसित लोगों का बहुत ही कम खर्च पर इलाज किया जाता है। डॉ. वी. अरविंद आई हॉस्पिटल्स के फाउंडर और पूर्व चेयरमैन थे। समाज के लिए किए गए उनके कामों को लेकर भारत सरकार ने उन्हें 1973 में भारत का दूसरा सबसे बड़ा सम्मान पद्मश्री दिया। उन्होंने शादी नहीं की और वह पूरी जिंदगी अपने छोटे भाई जी श्रीनिवासन के साथ रहे। 7 जुलाई को 2006 को 87 साल की उम्र में उनकी मृत्यु हो गई।  

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