SwadeshSwadesh

ऑटोमोबाइल कंपनियां कुशल सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था तैयार करने पर ध्यान दें : नितिन गडकरी

Update: 2018-09-07 15:27 GMT

नई दिल्ली। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने देश में बिजली या वैकल्पिक ईंधन से चलने वाली कुशल सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था की आवश्यकता पर ऑटोमोबाइल कंपनियों को तत्काल ध्यान देने का आह्वान किया है।

भारत और वैश्विक ऑटोमोबाइल कंपनियों के सीईओ को संबोधित करते हुए गडकरी ने शुक्रवार को दिल्ली में वैश्विक गतिशीलता शिखर सम्मेलन 2018 में कहा कि सार्वजनिक परिवहन की दिशा में उद्योग जगत को शोध और नवाचार ध्यान केंद्रित करना चाहिए।

उन्होंने कहा कि भारतीय सड़कों पर निजी वाहन तेजी से बढ़ रहे हैं। राजमार्ग विस्तार इस बढ़ोतरी के साथ तारतम्य नहीं बना पा रहा है। ऐसे में हमें लोगों को सार्वजनिक परिवहन अपनाने के लिए प्रोत्साहित करना होगा। इसके लिए सार्वजनिक परिवहन को कुशल, आरामदायक और सुरक्षित बनाना होगा।

गडकरी ने देश के पेट्रोलियम आयात की भारी लागत को कम करने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने अपनी ऑटोमोबाइल क्षेत्र को बिजली या वैकल्पिक ईंधन जैसे इथेनॉल, मेथनॉल, बायो-डीजल या हाइब्रिड में स्थानांतरित करने की अपील दोहराई।

उन्होंने कंपनियों को आश्वासन दिया कि सरकार लागत प्रभावी, पर्यावरण अनुकूल और स्वदेशी ईंधन विकसित करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने ने उद्योग जगत से अपील की कि वे भूमिगत जलमार्ग और तटीय नौवहन को परिवहन के वैकल्पिक और सस्ते साधनों के रूप में अपनाएं। उन्होंने ऑटोमोबाइल कंपनियों को अपने वाहनों के परिवहन के लिए जलमार्ग का उपयोग करने के लिए कहा।

टाटा मोटर्स, टाटा पावर, मर्सिडीज बेंज (इंडिया), मारुति सुजुकी, हीरो मोटोकॉर्प, होंडा इंडिया, फोर्ड और स्पाइसजेट समेत विभिन्न भारतीय और वैश्विक कंपनियों के सीईओ, एमडी व प्रतिनिधियों ने शिखर सम्मेलन के इस सत्र में भाग लिया।

इस दौरान गडकरी ने उद्योगों को जल परिवहन में निवेश करने के लिए विशेष रूप से कुंभ के दौरान इलाहाबाद और वाराणसी के बीच तीर्थयात्रियों को नौकायन कराने के लिए आमंत्रित किया।

Similar News