नई दिल्ली। केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री सुरेश प्रभु ने कहा है कि आने वाले 10 से 15 वर्षों में देश में 100 नए हवाई अड्डे बनाए जाएंगे।
मंगलवार को यह जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि इन नए हवाईअड्डों पर करीब 4260 अरब रुपए का निवेश होगा, जो सरकारी और निजी भागीदारी के माध्यम से किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था की तेज विकास दर के कारण नागर विमानन क्षेत्र में यातायात वृद्धि दो अंकों में हो रही है। एक अनुमान के अनुसार अगले 10 साल में भारत का विमानन उद्योग जर्मनी, जापान, स्पेन और ब्रिटेन की एविएशन इंडस्ट्री को पीछे छोड़कर दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा मार्केट बन जाएगा।
प्रभु ने कहा कि सरकार नई कार्गो नीति तैयार करने पर भी काम कर रही है ताकि हवाई मार्ग से होने वाले माल परिवहन को सही दिशा मिल सके। उन्होंने कहा कि वर्ष 2037 तक भारत में (घरेलू और अंतरराष्ट्रीय) 50 करोड़ लोग उड़ान भरेंगे। ऐसे में ढांचागत सुविधाओं का विकास होना बेहद जरूरी है। उन्होंने कहा कि भारत के सिर्फ नागरिक उड्डयन क्षेत्र में ही लाखों लोगों को रोजगार मिला हुआ है और इस क्षेत्र से देश के सकल घरेलू उत्पाद में करीब ड़ेढ़ फीसदी की हिस्सेदारी है।