नई दिल्ली। देश में इस साल सरसों की खेती का रकबा कम होने के बावजूद बंपर फसल उत्पादन का अनुमान लगाया जा रहा है। ऐसे में उद्योग संगठनों को पूरी उम्मीद है कि उत्पादन ज्यादा होने से कीमतों पर दबाव रहेगा। उत्पादन अनुमान में आई इस बढ़ौतरी के कारण हाजिर और वायदा बाजारों में सरसों की कीमतों पर दबाव दिखा।
खाद्य तेल उद्योग और व्यापार से जुड़े संगठन सैंट्रल आॅगेर्नाइजेशन फॉर आॅयल इंडस्ट्री एंड ट्रेड (कूइट) के मुताबिक देशभर में इस साल सरसों, तोरिया और तारामीरा का उत्पादन बढ़ सकता है, जो पिछले साल के उत्पादन अनुमान से करीब 10 लाख टन ज्यादा होगा। सरसों का रकबा भले ही कम हुआ हो लेकिन देशभर में फसल बहुत अच्छी है, जिससे पैदावार बढ़ने की पूरी उम्मीद है। इस बार मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश में पैदावार पिछले साल से डेढ़ गुना हो सकती है। देशभर में सरसों का कुल उत्पादन 70.50 लाख टन है जबकि तोरिया 50,000 टन और तारामीरा एक लाख टन है।