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जिस पर थी शंका उसका भी शव सागरताल में मिला

Update: 2018-03-19 00:00 GMT

दो दिन से था लापता मृतक, दोस्त का शव तीन दिन पहले मिला था

ग्वालियर।
दो दिन से लापता इलेक्ट्रीशियन का शव सागरताल में पड़ा मिला। जबकि तीन दिन पहले मृतक के दोस्त का भी शव सागरताल से पुलिस ने निकाला था। दोनों युवकों की मौत किन परिस्थितियों में हुई है फिलहाल इसको लेकर पुलिस अंधेरे में है। दोनों मृतक साथ में काम करते थे।

बहोड़ापुर थाना पुलिस सागरताल में युवक का शव पड़े होने की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने सागरताल से शव बाहर निकाला, मृतक की पहचान पूरन पुत्र रूपसिंह बाथम निवासी गंज मौहल्ला किलागेट के रूप में हुई। पूरन बाथम इलेक्ट्रीशियन का काम करता था और 15 मार्च को घर से सुबह पांच बजे निकला था। पूरन की गुमशुदगी पहले से ही दर्ज थी। परिजन उसकी तलाश कर रहे थे। रविवार को पूरन के शव की सूचना मिलते ही परिजन सागरताल पर पहुंच गए। पूरन ने सागरताल में कूदकर आत्महत्या की है या फिर वह किसी हादसे का शिकार हुआ इससे इंकार नहीं किया जा सकता। बताया गया है कि तीन दिन पहले सागरताल में पूरन के दोस्त बल्ली उर्फ ओमप्रकाश का शव तैरता मिला था। ओमप्रकाश की मौत के मामले में पुलिस ने पूरन के बयान दर्ज किए थे। उसके बाद से ही पूरन लापता हो गया था। तीन दिन के भीतर दो दोस्तों की रहस्यमय मौत के बाद पुलिस भी हैरान है कि वह कौन सी वजह है जिस कारण उन्हे आत्मघाती कदम उठाने पड़े। पुलिस ने पूरन का शव सागरताल से निकालकर विच्छेदन गृह भेज मौत के कारणों की जांच-पड़ताल प्रारंभ कर दी है।
बल्ली के परिजनों ने पूरन पर किया था संदेह
बल्ली का शव मिलने के बाद उसके परिजनों ने पूरन पर संदेह जताया था। पुलिस ने पूरन के 14 मार्च को बयान दर्ज किए थे। जिसमें पूरन ने बताया था कि बल्ली और उसने घटना वाले दिन बैठकर शराब पी थी। उसके बाद मैं चला गया था, बल्ली कैसे सागरताल में कूदा उसकी जानकारी होने से पुलिस को इंकार किया था।

पत्नी को दो लड़कों के पीछा करने की बात कही थी
14 मार्च को पूरन बाथम घर से अलसुबह से ही निकल आया था। उसके बाद पूरन ने सुबह पांच बजे पत्नी को फोन करके सूचना दी थी कि उसके पीछे सागरताल के पास दो लड़के पीछा कर रहे हैं। उसके बाद से पूरन का मोबाइल बंद आ रहा था। पूरन के परिजनों ने सागरताल के पास जाकर उसको तलाश भी किया था। लेकिन वह वहां पर मिला नहीं था।  

कहीं घबराकर तो नही उठाया आत्मघाती कदम
बताया गया है कि पूरन पुलिस पूछताछ से घबरा गया था। जबकि बल्ली उर्फ ओमप्रकाश के परिजन उस पर शंका कर रहे थे। 14 मार्च की शाम को बयान देने के बाद पूरन घर पहुंचा था उस समय वह बेहद तनाव था। अगली सुबह वह घर से निकल गया था। बल्ली के परिजनों से आरोप लगाने से पूरन कहीं घबरा तो नही गया था, इसकी पुलिस जांच कर रही है।
साले भी थे साथ
पूरन के साथ उसके साले धर्मेन्द्र और राजा ने बल्ली के साथ मिलकर शराब पी थी। पूरन के सालों से भी पुलिस पूछताछ कर चुकी है। धर्मेन्द्र और राजा भी इलेक्ट्रिशियन का काम करतें हैं। पुलिस दोनो के सम्पर्क में लगातार बनी हुई है।
परिजनों से रहता था अलग
पुलिस ने जानकारी देते हुए बताया कि पूरन के माता-पिता गोले का मंदिर थाना क्षेत्र स्थित बैंक कालोनी में रहते हैं। जबकि पूरन किलागेट पर किराए से पत्नी और मासूम बेटे के साथ रहता था। पूरन और बल्ली की आर्थिक स्थिति ठीक नही है।

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