नई दिल्ली। विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआईआर) और लघु उद्योगों के बीच नियमित तौर पर संवाद की प्रक्रिया तैयार की है ताकि लैब में बनी तकनीक का इन उद्योगों को हस्तांतरण किया जा सके।
केन्द्रीय मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने रविवार को लघु उद्योग भारती की सदस्यों से मुलाकात की और उन्हें उनके मंत्रालय की इस पहल के बारे में अवगत कराया। इस दौरान लघु उद्योग भारती के राष्ट्रीय सचिव संपत तोशनिवाल को डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि इसके लिए नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है जो नियमित तौर पर लघु उद्योंगों से संपर्क में रहेगा।
वर्तमान में सीएसआईआर की 1 हजार प्रक्रिया और तकनीकों का व्यवसायीकरण हो चुका है। कृषि के बाद आम जन के रोजगार का दूसरा सबसे महत्वपूर्ण क्षेत्र लघु उद्योग ही है।