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प्रखर राष्ट्रवाद से प्रेरित था नरसिंह जोशी का जीवन: कुंटे

Update: 2018-02-26 00:00 GMT

ग्वालियर| मध्य भारतीय हिन्दी साहित्य सभा ग्वालियर के तत्वावधान में वीर सावरकर जी की 52वीं पुण्यतिथि एवं प्रखर राष्ट्रवादी चिंतक नरसिंह जोशी की 93वीं जयंती के अवसर पर रविवार को ‘नरसिंह जोशी स्मृति इतिहासकार सम्मान समारोह’ का आयोजन साहित्य सभा भवन दौलतगंज में किया गया, जिसमें इतिहासकार डॉ. कुमार रत्नम को ‘नरसिंह जोशी स्मृति इतिहासकार सम्मान’ से सम्मानित किया गया।

इस अवसर पर मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित समाजसेवी बसंत कुंटे ने वीर सावरकर एवं नरसिंह जोशी के जीवन पर प्रकाश डालते हुए उन्हें प्रखर राष्ट्रवाद का सिपाही बताया। श्री कुंटे ने कहा कि वीर सावरकर जी एक प्रखर राष्ट्रवादी, साहित्यकार, चिंतक, समाज सुधारक, पत्रकार और वकील थे। उन्होंने राष्ट्र भक्ति से ओत-प्रोत रचनाओं को लिखा था। उन्होंने कहा कि नरसिंह जोशी वीर सावरकर जी के अनुयायी एवं योग्य शिष्य थे। वे एक कुशल संगठक और इतिहासकार थे।

अध्यक्षीय उद्बोधन में समाजसेवी मोहन विटवेकर ने वीर सावरकर जी एवं नरसिंह जोशी के कृतित्व और व्यक्तित्व पर प्रकाश डालते हुए उन्हें महान देश भक्त बताया। कार्यक्रम में साहित्य सभा के वरिष्ठ उपाध्यक्ष राजकिशोर वाजपेयी ने भी अपने विचार प्रकट किए। स्वागत भाषण संजय जोशी ने दिया। इस अवसर पर डॉ. सुरेश सम्राट, अपर्णा पाटिल, नरेन्द्र कुंटे, दिनेश पाठक, अविनाश साहू, डॉ. भगवत भट्ट, पंकज शर्मा, उर्मिला सिंह तोमर, विजय जोशी, डॉ. आनंद जुवेकर, उपेन्द्र कस्तूरे एवं आर.एल. साहू आदि उपस्थित थे।

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