नई दिल्ली। संयुक्त राष्ट्र संघ विश्वभर के सबसे शक्तिशाली संगठन के रूप में जाना जाता है, जो वैश्विक समस्याओं और चुनौतियों का समाधान करके अवैध कार्यवाहियों पर प्रतिबंध लगाने का कार्य करता है। लेकिन हाल ही में, संयुक्त राष्ट्र द्वारा लगाए जाने वाले प्रतिबंधों पर नजर रखने वाली एक संस्था ने आतंकवादी गतिविधियों से संबंधित एक रिपोर्ट प्रस्तुत की है।
इस रिपोर्ट में जो आंकडे सामने आए हैं, वो किसी हैरान से कम नहीं है। दरअसल जारी की गई इस रिपोर्ट में कहा गया है कि, अलकायदा के वैश्विक नेटवर्क ने लगातार उल्लेखनीय ढंग से अपनी पकड़ बना रखी है और कुछ क्षेत्रों में इस्लामिक स्टेट समूह से ज्यादा खतरा इस समूह के कारण है। इस रिपोर्ट में यह भी बताया है कि, यमन आधारित अलकायदा इन दी अरेबियन पेनेन्सुला (एक्यूएपी) इस आतंकी समूह के लिए संवाद केंद्र का काम करता है।
जानकारी के लिए बता दें कि, आतंकवादी गतिविधियों का खुलासा करने वाली इस रिपोर्ट को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के लिए भेज दिया गया है। इस रिपोर्ट में यह भी कहा गया है, अल कायदा से संबद्ध समूह सोमालिया और यमन जैसे कुछ क्षेत्रों में प्रमुख आतंकी खतरा बने हुए हैं। इस तथ्य की लगातार हुए हमलों और नाकाम किए गए अभियानों के जरिए पुष्टि होती है। जाहिर है कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने अलकायदा और आईएस को अंतर्राष्ट्रीय आतंकी समूह घोषित करके रखा हुआ है। हालांकि, संयुक्त राष्ट्र के सदस्य देश पहले से ही संभावनाएं जता चुके हैं कि, एक दूसरे को समर्थन करने की खातिर अलकायदा और आईएस एकसाथ आ सकते हैं जो वैश्विक क्षेत्रों में नया खतरा साबित हो सकता है।