लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधान परिषद के उपचुनाव के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, दो उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य व डॉ. दिनेश शर्मा सहित मंत्रियों स्वतंत्र देव सिंह व मोहिन रजा ने मंगलवार को नामांकन दाखिल किया। इस दौरान सेंट्रल हॉल में जय श्रीराम के नारे गूंजे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यशवंत सिंह, डॉ. दिनेश शर्मा ने अशोक वाजपेयी, स्वतंत्र देव सिंह ने डॉ. सरोजिनी अग्रवाल, केशव प्रसाद मौर्य ने बुक्कल नवाब और मोहसिन रजा ने जयवीर सिंह की सीट पर नामांकन किया। नामांकन के बाद उत्साहित भाजपा समर्थकों ने विधान भवन के सेन्ट्रल हाल में जय श्रीराम के नारे लगाये। नामांकन के लिए प्रदेश भाजपा मुख्यालय से सभी नेता पैदल ही विधानसभा पहुंचे। इस दौरान भाजपा के नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष डॉ. महेन्द्र नाथ पाण्डेय भी मौजूद रहे। सभी नेताओं ने विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित के कक्ष में नामांकन दाखिल किया। विधान परिषद के उपचुनाव की प्रक्रिया के तहत नामांकन पत्रों की जांच का काम छह सितम्बर को होगा। नामांकन पत्र वापस लेने की अंतिम तिथि 8 सितम्बर है और मतदान 15 सितम्बर को होगा और उसी दिन मतगणना भी होगी। आदित्यनाथ ने 19 मार्च को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी और उन्हें पदभार ग्रहण के छह महीने के अन्दर किसी भी सदन की सदस्यता लेनी जरूरी है और छह माह की अवधि 19 सितम्बर को समाप्त हो रही है। मुख्यमंत्री के अलावा दोनों उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य व डॉ. दिनेश शर्मा और दो मंत्रियों स्वंतत्र देव सिंह व मोहसिन रजा भी दोनों सदनों में से किसी भी सदन के सदस्य नहीं हैं। गौरतलब है कि 29 जुलाई को समाजवादी पार्टी के विधान परिषद सदस्य बुक्कल नवाब ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था और उन्होंने भाजपा की सदस्यता ले ली थी। बुक्कल नवाब का कार्यकाल 6 जुलाई 2022 तक है। वहीं सपा के यशवंत सिंह ने भी पार्टी का दामन छोड़कर भाजपा की सदस्यता ले ली थी। यशवंत सिंह ने भी 29 जुलाई को विधान परिषद की सदस्यता से इस्तीफा दिया था। इनका भी कार्यकाल 6 जुलाई 2022 तक है। इसी तरह सपा की डॉ. सरोजिनी अग्रवाल ने चार अगस्त को अपना इस्तीफा दिया था। इनका कार्यकाल 30 जनवरी 2021 को खत्म हो रहा है। इसके अलावा, अशोक वाजपेयी भी नौ अगस्त को सपा छोड़कर भाजपा में शामिल हो गये थे। इनका कार्यकाल 30 जनवरी 2021 को खत्म होगा। इन सभी चारों सीट पर चुनाव 15 सितम्बर को होना है। इसके बाद बसपा के एमएलसी जयवीर सिंह ने 29 जुलाई को विधान परिषद से इस्तीफा दे दिया था। इनका कार्यकाल पांच मई 2018 तक है। इस सीट पर 18 सितम्बर को चुनाव होगा। चुनाव के नतीजे 20 सितम्बर को आयेंगे।
लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधान परिषद के उपचुनाव के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, दो उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य व डॉ. दिनेश शर्मा सहित मंत्रियों स्वतंत्र देव सिंह व मोहिन रजा ने मंगलवार को नामांकन दाखिल किया। इस दौरान सेंट्रल हॉल में जय श्रीराम के नारे गूंजे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यशवंत सिंह, डॉ. दिनेश शर्मा ने अशोक वाजपेयी, स्वतंत्र देव सिंह ने डॉ. सरोजिनी अग्रवाल, केशव प्रसाद मौर्य ने बुक्कल नवाब और मोहसिन रजा ने जयवीर सिंह की सीट पर नामांकन किया। नामांकन के बाद उत्साहित भाजपा समर्थकों ने विधान भवन के सेन्ट्रल हाल में जय श्रीराम के नारे लगाये। नामांकन के लिए प्रदेश भाजपा मुख्यालय से सभी नेता पैदल ही विधानसभा पहुंचे। इस दौरान भाजपा के नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष डॉ. महेन्द्र नाथ पाण्डेय भी मौजूद रहे। सभी नेताओं ने विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित के कक्ष में नामांकन दाखिल किया। विधान परिषद के उपचुनाव की प्रक्रिया के तहत नामांकन पत्रों की जांच का काम छह सितम्बर को होगा। नामांकन पत्र वापस लेने की अंतिम तिथि 8 सितम्बर है और मतदान 15 सितम्बर को होगा और उसी दिन मतगणना भी होगी। आदित्यनाथ ने 19 मार्च को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी और उन्हें पदभार ग्रहण के छह महीने के अन्दर किसी भी सदन की सदस्यता लेनी जरूरी है और छह माह की अवधि 19 सितम्बर को समाप्त हो रही है। मुख्यमंत्री के अलावा दोनों उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य व डॉ. दिनेश शर्मा और दो मंत्रियों स्वंतत्र देव सिंह व मोहसिन रजा भी दोनों सदनों में से किसी भी सदन के सदस्य नहीं हैं। गौरतलब है कि 29 जुलाई को समाजवादी पार्टी के विधान परिषद सदस्य बुक्कल नवाब ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था और उन्होंने भाजपा की सदस्यता ले ली थी। बुक्कल नवाब का कार्यकाल 6 जुलाई 2022 तक है। वहीं सपा के यशवंत सिंह ने भी पार्टी का दामन छोड़कर भाजपा की सदस्यता ले ली थी। यशवंत सिंह ने भी 29 जुलाई को विधान परिषद की सदस्यता से इस्तीफा दिया था। इनका भी कार्यकाल 6 जुलाई 2022 तक है। इसी तरह सपा की डॉ. सरोजिनी अग्रवाल ने चार अगस्त को अपना इस्तीफा दिया था। इनका कार्यकाल 30 जनवरी 2021 को खत्म हो रहा है। इसके अलावा, अशोक वाजपेयी भी नौ अगस्त को सपा छोड़कर भाजपा में शामिल हो गये थे। इनका कार्यकाल 30 जनवरी 2021 को खत्म होगा। इन सभी चारों सीट पर चुनाव 15 सितम्बर को होना है। इसके बाद बसपा के एमएलसी जयवीर सिंह ने 29 जुलाई को विधान परिषद से इस्तीफा दे दिया था। इनका कार्यकाल पांच मई 2018 तक है। इस सीट पर 18 सितम्बर को चुनाव होगा। चुनाव के नतीजे 20 सितम्बर को आयेंगे।