-सूचना मिलते ही आधी रात को मुजफ्फरनगर रवाना हुए
-मृतकों के परिजन ट्रेन में धक्के खाते हुए पहुंचे घटना स्थल पर
ग्वालियर। शनिवार शाम को मुजफ्फरनगर के खतौली के पास हुए कलिंग उत्कल एक्सप्रेस रेल हादसे में मरने वालों में ग्वालियर के चार लोग भी शामिल हैं। ये सभी लोग सोमवती अमावस्या पर गंगा स्नान करने के लिए हरिद्वार जा रहे थे। ग्वालियर के घासमण्डी स्थित कॉलोनी का पुरा में रहने वाली बृजकुमारी प्रजापति उम्र 60 वर्ष अपनी सहेली चत्रोबाई के साथ सोमवती अमावस्या पर हरिद्वार जाने के लिए शनिवार को ग्वालियर से उत्कल एक्सप्रेस में सामान्य टिकट लेकर सवार हुई थी तभी शाम 5 बजकर 50 मिनट पर खतौली के पास ट्रेन दुर्घटना ग्रस्त हो गई और इस हादसे में बृजकुमारी प्रजापित की मौत हो गई, जबकि उनकी सहेली चत्रोबाई गंभीर रूप से घायल है। परिजनों को जैसे ही पता चला कि रेल हादसे में बृजकुमारी की मौत हो गई तो मृतका के बेटे कैलाश व मनोज मुजफ्फरनगर के लिए रवाना हो गए। वहीं मृतका के घर पर आस-पड़ोस की भीड़ लगने लगी, लेकिन घर के अन्य सदस्यों को शाम तक यह नहीं बताया गया था कि बृजकुमारी की रेल हादसे में मौत हो गई है। मौहल्ले के लोगों ने बताया कि बृजकुमारी कि अंतिम इच्छा यही थी कि वह सोमवती अमावस्या पर गंगा स्नान के लिए हरिद्वार जाए, लेकिन शायद तकदीर को यह मंजूर नहीं था और बृजकुमारी की अंतिम इच्छा अधूरी रह गई। इस रेल हादसे में मृतका बृजकुमारी की सहेली चत्रोबाई बुरी तरह घायल हो गई है। सूचना मिलते ही चत्रोबाई के परिजन भी मुजफ्फरनगर के लिए रवाना हो गए हैं।
मां के शव को देख फोन पर बात नहीं कर पा रहा था बेटा :- घासमण्डी में रहने वाले कैलाश प्रजापति व मनोज प्रजापति को जैसे ही उनकी मां की मौत की खबर लगी तो वह तुरंत देर रात को ही घटना स्थल के लिए रवाना हो गए। दोपहर में जब दोनों बेटों ने अपनी मां का शव देखा तो दोनों भाई एक-दूसरे को ढांढस बांधते हुए नजर आए, लेकिन जब ग्वालियर से रिश्तेदारों ने बात करना चाही तो दोनों भाइयों में से कोई भी बात तक नहीं कर पा रहा था।
अन्य महिलाएं भी जा रही थीं बृजकुमारी के साथ
मृतका बृजकुमारी के साथ अन्य महिलाएं भी गंगा स्नान के लिए हरद्विार जा रही थीं। घासमण्डी में रहने वाली धन्नोबाई ने स्वदेश संवाददाता को बताया कि वह भी बृजकुमारी के साथ जा रही थीं, लेकिन एन वक्त पर उनकी तबियत खराब हो गई।
रात को सूचना मिलते ही घर में पसरा मातम
एबी रोड के पास गणेश बाग कॉलोनी में रहने वाली लच्छोबाई पत्नी स्व. रामगोपाल भी गंगा स्नान के लिए अपनी रिश्तेदार संतोषी बाई के साथ कलिंग उत्कल एक्सप्रेस के एस-6 कोच में यात्रा कर हरिद्वार जा रही थीं। इस हादसे में लच्छोबाई की भी मौत हो गई। देर रात लच्छोबाई की रिश्तेदार ने अपने घर पर इसकी सूचना दी। इसके बाद संतोषी के परिजनों ने लच्छोबाई के बेटों को सूचना दी। सूचना मिलते ही परिजन घटना स्थल के लिए रवाना हो गए। लच्छोबाई के दो बेटे व नाती-नातिन हैं।
ट्रेन हादसे में चार मृतक और 35 घायल ग्वालियर के मुजफ्फरनगर रेलवे स्टेशन के पास उत्कल एक्सप्रेस रेल हादसे में घोसीपुरा ग्वालियर निवासी बृजकुमारी पत्नी भगवानदास प्रजापति, बृजराज पांडे पुत्र कमलकिशोर पांडे निवासी डबरा, शीतल सिंह कुशवाह निवासी बेरजा, लच्छोबाई निवासी गणेश बाग कॉलोनी की मृत्यु होने की रेलवे ने पुष्टि कर दी है। वहीं घायलों में लक्ष्मण, परशुराम, रतनलाल, तेजपाल, राजकुमार प्रजापति, अम्मा देवी, विनेन्द्र सिंह, करम, बसंती शर्मा, गोस्वामी, शांति देवी, अंगूरी बाई, बृजेश, मुन्नालाल, नारायण शर्मा, कविता सेन, रिशिता, लीलादेवी, शांतिदेवी, सतीश, लीला सेन, कविता सेन, हर्षिका सहित 35 लोग शामिल हैं।