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बम भोले की कृपा चाहिए तो ना करें भूलकर ये काम

Update: 2017-07-19 00:00 GMT


स्वदेश वेब डेस्क।
जी हाँ, आपको बता दें कि सनातन धर्म में श्रावण मास का विशेष स्थान हैं। धार्मिक मान्यता के अनुसार तो यह भगवान शिव का महीना माना जाता है साथ बारिश का समय होने की वजह से भी इस माह का विशेष महत्व हैं। मान्यता है कि भगवान शिव की अराधना करने पर सारे दुख और समस्या दूर हो जाती हैं। इसलिए इस माह में भगवान शिव के हर मंदिर भीड़ लगी आपको दिख जाएंगी। लेकिन कुछ ऐसे कार्य है जो श्रावण मास में नहीं करना चाहिए। अगर आप यह कार्य करते है तो भगवान शिव आपसे रूष्ट हो सकते हैं।

-भगवान शिव की पूजा के समय यह ध्यान रखे कि शिवलिंग पर भूलकर भी हल्दी नहीं चढ़ावें। क्योंकि शिवलिंग पुरुष तत्व का प्रतीक होता हैं और हल्दी स्त्री लिंग से संबंध रखती हैं।

-सुबह देर तक ना सोए। प्रात: काल जल्दी उठने से वातावरण से स्वास्थ्य लाभ भी मिलते हैं। साथ ही सुबह के समय मन शांत रहता है और इस कारण से पूजा पूरी एकाग्रता से हो पाती है। एकाग्रता से की गई पूजा बहुत जल्दी शुभ फल प्रदान करती है।

-सावन के महीने में भूलकर भी दूध का सेवन नहीं करना चाहिए। अगर सेवन करना आवश्यक हो तो दूध को काफी गरम करें या फिर दही के रूप में उपयोग करें। भूलकर भी कच्चे दूध का उपयोग नहीं करें।

-सावन में जहां तक हो सके हरी सब्जी खाने से बचे। इसका कारण सावन में साग में वात बढ़ाने वाले तत्व की मात्रा बढ़ जाती है। इसलिए साग गुणकारी नहीं रह जाता है। साथ सब्जी के साथ घास-फूस भी उग आते हैं जो सेहत के लिए हानिकारक होते हैं। सब्जी के साथ यह  हानिकारक तत्व हमारे शरीर में नहीं पहुंचे इसलिए सावन में साग खाने की मनाही की गई।

-सावन मास में भूलकर भी बैंगन नहीं खाना चाहिए। इसकी कारण सावन में बैंगन में कीड़े अधिक लगते हैं। ऐसे में बैंगन का स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है। इसलिए सावन में बैंगन खाने की मनाही है।

-इस माह में भूलकर भी  बुजुर्ग व्यक्ति, गुरु, भाई-बहन, जीवन साथी, माता-पिता, मित्र और ज्ञानी लोगों का अपमान न करें। अगर आप ऐसा नहीं करते है तो भगवान शिव की कृपा आपको प्राप्त नहीं होगी।

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