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दर्द से तड़पती रही महिला 5 घण्टे बाद भी नहीं पहुंचे चिकित्सक

Update: 2017-07-11 00:00 GMT

 

ग्वालियर। शासन द्वारा प्रदेश भर में सुरक्षित मातृत्व एवं शिशु के लिए कई योजनाए चलाई जा रही है, लेकिन चिकित्सकों की लापरवाही व मनमानी के कारण आए दिन गर्भवती महिलाओं के उपचार में बरती जा रही लापरवाही के मामला सामने आते है। इसी के चलते सोमवार को एक ऐसा मामला सामने आया। जिसमें जीप में प्रसव होने के बाद अस्पताल में भर्ती हुई महिला व उसके नवजात शिशु को पांच घण्टे बाद भी कोई चिकित्सक देखने नहीं पहुंचे। जानकारी के अनुसार वीरपुर स्थित फूलपुर गांव निवासी सुरेन्द्र की गर्भवति पत्नी दीपा को सोवार की सुबह लगभग 8 बजे प्रसव पीड़ा उठी। जिसे देख सुरेन्द्र अपनी गर्भवती पत्नी को आनन-फानन में जीप से वीरपुर प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र के लिए रवाना हुए।

लेकिन प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पहुंचने से पहले ही दीपा ने जीप में ही नवजात शिशु को जन्म दे दिया। इसके बाद लगभग 8.30 बजे परिजन अस्पताल पहुंचे जहां मौजूद नर्स ममता साहू ने शिशु का नाल काटकर महिला को दर्द कर इंजेक्शन लगाया और उसे भर्ती कर दिया और इसकी सूचना चिकित्सकों को भी दे दी। लेकिन दोपहर 1.30 तक भर्ती होने के 5 घण्टे बाद भी अस्पताल में कोई भी चिकित्सक न तो महिला का हाल-चाल देखने पहुंचा और न ही नवजात शिशु का अस्पताल की स्थिती यह भी की पूरे अस्पताल में सिर्फ एक ही चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के भरोसे ही अस्पताल था। वहीं परिजनों ने आरोप लगाया है कि दोपहर तक अस्पताल में कोई भी चिकित्सक नहीं आए थे, और उनका मरीज दर्द से तड़पता रहा।

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