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नामांतरण के बदले पटवारी ने ली घूंस, एसडीएम ने किया निलंबित

Update: 2017-06-28 00:00 GMT

भिण्ड, ब्यूरो। जिले की लहार तहसील में पदस्थ पटवारी जो हर समय बिना पैसे लेन-देन के कोई काम नहीं करते थे, इसी आदत के चलते उन्होंने एक पत्रकार को भी नामांतरण के रेट बताकर उनसे भी बेधड़क घूस ले डाली और पत्रकार ने भी इस घूस काण्ड का वीडियो बनाकर जिलाधीश भिण्ड को सौंप दिया। जिलाधीश के निर्देश पर एसडीएम लहार मुकेश कुमार शर्मा ने पटवारी बृजेन्द्र सिंह राजावत को प्रथम दृष्टया दोषी पाते हुए निलंबित कर दिया।

जानकारी के अनुसार मामला यह है कि लहार हल्का में पदस्थ पटवारी ब्रजेन्द्र सिंह के पास करीब छह माह पहले अनूप सिंह पुत्र होतम सिंह निवासी लहार अपने प्लाट का नामांतरण कराने गए तो पटवारी ने नियमों की बातें कह डालीं। चूंकि आवेदक एक समाचार पत्र का संवाददाता होने के साथ-साथ श्रमजीवी पत्रकार संघ का सचिव भी है, इस कारण पटवारी ने उसे चलता कर दिया। बाद में कुछ अन्य लोगों को लेकर आवेदक फिर गया तो पटवारी के घर काम करने वाले पूर्व पटवारी ने पूरा मामला समझा दिया कि कितने पैसे लगेंगे और आपको क्यों मना किया गया है। आवेदक ने पैसे देने की शर्त मान ली, उसके बाद भी आवेदक को छह महीने तक अधिकारियों की दुहाई देता घूमाता रहा गया। इसी बीच आवेदक संवाददाता ने स्टिंग करने का मन बना लिया और पटवारी द्वारा बुलाने पर उसके ही घर पर रिश्वत के पैसे देते हुए वीडियो रिकार्ड कर लिया। उक्त वीडियो को समय रहते भिण्ड जिलाधीश डॉ. इलैया राजा टी के समक्ष पेश कर दिया और उन्होंने कार्रवाई करने का आश्वासन दे दिया। बाद में जिलाधीश भिण्ड ने एसडीएम लहार को जांच के लिए वीडियो भेजा। एसडीएम ने इस वीडियो की जांच हेतु तहसीलदार लहार को नियुक्त किया। तहसीलदार प्रदीप मिश्रा द्वारा जांच में पाया गया कि वीडियो सही है और पटवारी ने रिश्वत ली है। तहसीलदार लहार की इसी जांच रिपोर्ट के बाद एसडीएम लहार मुकेश कुमार शर्मा द्वारा पटवरी को निलंबित कर दिया गया। निलंबन काल में पटवारी का मुख्यालय तहसील कार्यालय लहार रहेगा।

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