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दवा की दुकानों के देशव्यापी बन्द का रहा मिला-जुला असर

Update: 2017-05-30 00:00 GMT

वाराणसी। दवाइयों की बिक्री आनलाइन लागू करने के विरोध में आल इण्डिया आर्गनाइजेशन आफ केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट एसोसिएशन के आह्वान पर मंगलवार को दवा ​की दुकानों के देशव्यापी बंदी का वाराणसी में मिला जुला असर रहा।
पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत शहर के थोक व फुटकर दवा कारोबारियों ने अपनी दुकानें बंद रख सरकार के निर्णय के खिलाफ विरोध जताया। हड़ताल के कारण शहर के कुछ हिस्सों सहित पूर्वाचल की सबसे बड़ी दवा मंडी सप्तसागर में ज्यादातर दुकानें बंद रही। वहीं कबीरचौरा, पांडेयपुर, अर्दलीबाजार ,लहुराबीर,रथयात्रा, लंका और शहर के अन्य हिस्सों में दुकानें खुली रही।

निजी चिकित्सक अपने नर्सिग होम की दुकानों से दवा बेचते रहे। हड़ताल से शहर के कुछ हिस्सो में मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ा। उधर हड़ताल को सफल बनाने के लिए केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट वेलफेयर एसोसिएशन के पदाधिकारी दोपहर तक काफी सक्रिय भूमिका में रहे। एसोसियेशन के महामंत्री संदीप चर्तुवेदी ने हड़ताल को सफल बताया। दावा किया कि दवा की बिक्री ऑनलाइन करने के विरोध में वाराणसी जनपद के 5 हजार थोक व फुटकर दुकानदारो नें दुकानें बंद रखी। हड़ताल से 5 करोड़ का कारोबार प्रभावित हुआ। कहा कि सरकार के इस निर्णय से दवा कारोबारियों की रोजी-रोटी खतरे में पड़ जायेगी।

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