नामजद तहरीर देने पर भी नहीं किया मुकदमा दर्ज
आगरा। एक ओर मुख्यमंत्री जनता की समस्याओं को लेकर गंभीर है तो दूसरी ओर पुलिस गंभीर व घिनौनी घटनाओं पर पर्दा डालने में लगी है। पीडि़तों की मदद करने की जगह उन्हें दुत्कार कर भगाया जा रहा है। मिली जानकारी के अनुसार खंदौली में एक युवती का गैंप रेप हुआ। इसके बाद वीडियो क्लिप के आधार पर ब्लैक मेल कर कई बार उसका रेप किया गया। युवती पुलिस के पास न्याय मांगने पहुंची तो पुलिस ने सुनवाई नहीं की। यह देख युवती ने जहर खा लिया। इसके बाद युवती को पुलिस ने टेढ़ी बगिया पर एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया।
जहर खाने के बाद पीडि़ता ने फिर तहरीर दी जिस पर मंगलवार को सुबह तक भी मुकदमा दर्ज नहीं हुआ। खंदौली क्षेत्र निवासी अफसाना (काल्पनिक नाम) 2016 में अपनी सहेली के यहां होली खेलने गई थी। उसका आरोप है कि सहेली के भाई प्रवीण, अंकित और रश्तिेदार मुकेश ने उसे कुछ नशीला पदार्थ देकर बेहोश कर दिया। इसके बाद अर्धबेहोशी की हालत में उसका गैंप रेप किया। पीडि़ता ने अपने घर पर इस बात को बताया।
गांव के लोगों ने मामले को दवाब डालकर दवा दिया। पीडि़ता के मुताबिक प्रवीण ने रेप की वीडियो बना ली। इस वीडियो क्लिप के आधार पर वह पीडि़ता को आए दिन ब्लैकमेल करता रहा। दिसंबर में पीडि़ता की शादी हो गई। जनवरी में वह अपने मायके में आई। 23 जनवरी को शौच को खेत में गई थी। पीडि़ता का आरोप है कि प्रवीन ने जबरन फिर से रेप किया।
पीडि़ता को उसका पिता थाने ले गया तो उससे पुलिस ने कहा एफआईआर दर्ज होने पर ससुरालीजन उसे छोड़ देंगे। पुलिस द्वारा सुनवाई न करने पर वह घर वापस आ गए। थाने में जाने की शिकायत पर प्रवीन और उसके चाचा-चाची ने जान से मारने की धमकी दी। ससुराल वालों को पूर्व की घटना की जानकारी हुई तो वे उसे लेने नहीं आ रहे। सीओ एत्मादुपर रमेश चंद्र का कहना है कि उनके संज्ञान में मामला नहीं है। वे जानकारी कर रहे हैं।