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साधना का ही एक रूप है कला

Update: 2017-05-22 00:00 GMT



ग्वालियर। कला भी साधना का ही रूप है। कलाकार अपनी कलाकारी से समाज को नई दिशा देता है। यह बात संभागायुक्त एस.एन. रूपला ने रविवार को कलावीथिका में ‘रेंज आॅफ विजन’ सामूहिक कला प्रदर्शनी के समापन अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित करते हुए कही।

संभागायुक्त  ने कहा कि कलाकार अपनी कल्पना के माध्यम से चित्र और कलाकृतियां तैयार करता है। यह चित्र और कलाकृतियों को देखकर साधारण सी लगती हैं लेकिन इन कलाकृतियों में एक महत्वपूर्ण संदेश समाज के लिए छिपा होता है। श्री रूपला ने इस चार दिवसीय कला प्रदर्शनी में अपनी कलाकृतियां प्रदर्शित करने वाले कलाकारों को बधाई दी और उनकी कलाकृतियों की भूरि-भूरि प्रशंसा की।  कार्यक्रम में विशेष क्षेत्र विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष राकेश जादौन ने कहा कि चार दिवसीय इस कला प्रदर्शनी में शहर एवं बाहर के कलाकारों द्वारा अपनी-अपनी बेहतरीन कलाकृतियों का प्रदर्शन किया है। इन कलाकृतियों की जितनी प्रशंसा की जाए, उतनी कम है।

कलावीथिका में आयोजित प्रदर्शनी का अवलोकन करते संभागायुक्त श्री रूपला एवं साडा अध्यक्ष श्री जादौन व दूसरे चित्र में सम्मानित कलाकार अतिथियों के साथ।

उन्होंने कहा कि कलाकारों द्वारा सदैव ही समाज को दिशा देने का कार्य किया गया है। इस प्रकार की प्रदर्शनियों का आयोजन निरंतर होते रहना चाहिए। क्यूरेटर विशाल शर्मा ने बताया कि चार दिवसीय इस प्रदर्शनी में देशभर के कलाकारों द्वारा अपनी मूर्ति और पेंटिंग आदि कलाकृतियों का प्रदर्शन किया जा रहा है। इस प्रदर्शनी का अवलोकन शहर भर के कलाप्रेमी उत्साह के साथ कर रहे हैं।

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