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सीओडी कर्मी ने की आत्महत्या

Update: 2017-05-13 00:00 GMT

-फंदे पर लटका कमरे में मिला शव
-आत्मघाती कदम उठाने का कारण स्पष्ट नहीं
आगरा। सेंट्रल ऑर्डिनेंस डिपार्टमेंट (सीओडी) के सीनियर ऑडिटर ने शुक्रवार को खुदकशी कर ली। दोपहर में उसका शव कमरे में फंदे से लटका मिला। सुसाइड नोट में उन्होंने अपनी मौत का खुद को जिम्मेदार बताया है, हालांकि आत्मघाती कदम उठाने का कारण स्पष्ट नहीं किया।

मूलरूप से कानपुर के भावा नगर निवासी पुनीत चौहान (44 वर्ष) यहां साकेत कॉलोनी में विजय कुमार के घर में चार साल से किराए पर रहते थे। प्रथम तल पर बने दो कमरों में से एक में उनका सामान रखा था और दूसरे में बेडरूम था। गुरुवार शाम को उन्हें मकान मालिक ने घर में देखा था। शुक्रवार को दोपहर एक बजे एक परिचित महिला उनके घर पहुंची। काफी देर तक खटखटाने के बाद भी दरवाजा नहीं खुला। उन्होंने खिड़की से अंदर देखा, तो पुनीत फंदे से लटका हुआ दिखा। महिला ने मकान मालिक को जानकारी दी, इसके बाद पुलिस को बुलाकर दरवाजा तोड़ा। पुनीत को फंदे से नीचे उतारा, तब तक उनकी मौत हो चुकी थी। बेड पर सुसाइड नोट और मोबाइल रखा हुआ मिला। पुलिस ने इन्हें कब्जे में ले लिया है। इंस्पेक्टर शाहगंज विनय मिश्रा ने बताया कि पुनीत की पत्नी से अनबन चल रही थी। इसलिए वह यहां अकेले रहते थे। खुदकशी का कारण अभी स्पष्ट नहीं हुआ है। इसकी जानकारी के लिए मोबाइल की जांच की जाएगी।

आखिर क्यों की खुदकुशी?
पुनीत की शादी हो चुकी है। इसके बाद भी वे यहां चार साल से अकेले ही रह रहे थे। मकान मालिक ने बताया कि वे कमरे में से कम निकलते थे। उनसे मिलने को भी कोई नहीं आता था। हालांकि वह महिला क्यों पहुंची यह पुलिस पता कर रही है। पुलिस महिला से पूछताछ भी करेगी। वहीं परिवार वाले भी नहीं पता पा रहे कि उन्होंने खुदकशी क्यों की।

जिंदगी से तंग होकर ये कदम उठा रहा हूं
खुदकशी से पहले पुनीत ने अपनी डायरी के पेज पर तीन पेज का सुसाइड नोट लिखा। इसमें लिखा था कि मैं अपनी जिंदगी से तंग होकर कदम उठा रहा हूं। मेरी मौत के लिए कोई और उत्तरदायी नहीं है। मैं अपनी मर्जी से आत्महत्या कर रहा हूं।

नहीं खुला मोबाइल का लॉक
पुनीत के मोबाइल फोन का लॉक अभी नहीं खुल सका है। इससे पुलिस यह पता करेगी कि किससे पुनीत की ज्यादा बात होती थी।

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