SwadeshSwadesh

अब रीडिंग लेने के साथ मौके पर ही मिलेगा बिल

Update: 2017-04-08 00:00 GMT

पिछले दरवाजे से निजीकरण की ओर बढ़ रही है बिजली कम्पनी


ग्वालियर।
पूरे शहर की बिजली आपूर्ति व्यवस्था ठेके पर देने में असफल रही म.प्र. मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कम्पनी अब पिछले दरवाजे से निजीकरण की ओर बढ़ रही है। इसी क्रम में ग्वालियर शहर वृत्त में बिल बांटने से लेकर मीटर बदलने का काम निजी कम्पनी को सौंपने की तैयारी चल रही है। माना जा रहा है कि अपै्रल अंत तक इस काम का ठेका हो जाएगा, लेकिन इसमें अच्छी खबर यह है कि अब मीटर रीडर उपभोक्ता के सामने ही रीडिंग लेकर तत्काल मौके पर ही बिल देगा। इसके लिए ‘विद्युत स्पॉट बिलिंग मशीन’ का उपयोग किया जाएगा। इससे उपभोक्ताओं को आंकलित खपत और देरी से बिल मिलने की समस्या से मुक्ति मिल जाएगी।

यहां बता दें कि मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कम्पनी ने ग्वालियर शहर वृत्त में बिजली आपूर्ति व्यवस्था एस्सेल कम्पनी को ठेके पर दी थी, लेकिन तमाम संगठनों के भारी विरोध और संभावित घाटे के चलते एस्सेल कम्पनी यहां की बिजली आपूर्ति व्यवस्था अपने हाथों में लेने से पीछे हट गई थी, लेकिन अब बिजली कम्पनी ने अलग-अलग काम अलग-अलग ठेकेदारों को सौंपने की नीति पर काम शुरू कर दिया है। चूंकि लम्बे समय से स्थाई कर्मचारियों की भर्ती नहीं होने से बिजली कम्पनी कर्मचारयों की कमी से जूझ रही है, इसलिए बिजली कम्पनी ने ज्यूपीटर कम्पनी के माध्यम से कई कर्मचारी रखे गए हुए हैं। इसके अलावा गांव और कस्बों में बिल जेनरेशन, प्रिंटिंग, डिस्ट्रीब्यूशन, मीटर व केबल बदलने, नए कनेक्शन देने, रीडिंग लेने, मीटरों की जांच, बिजली चोरी पकड़ने आदि काम ठेके पर देने की नीति पर भी काम शुरू कर दिया है। प्रथम चरण में मुरैना जिले के सबलगढ़, भिण्ड जिले के गोहद, दतिया जिले के स्योढ़ा, शिवपुरी जिले के करैरा, श्योपुर जिले के श्योपुर नगर एवं गुना जिले के चंदेरी आदि छह कस्बों में उक्त काम ठेकेदारों को सौंप दिए गए हैं। इस व्यवस्था का स्थानीय नागरिक काफी विरोध भी कर रहे हैं।

इसी क्रम में ग्वालियर शहर में रीडिंग लेने से लेकर बिल वितरण और खराब मीटर बदलने का काम ठेके पर देने की तैयारी चल रही है। इसके लिए टेण्डर डाले जा चुके हैं, जो अभी प्रक्रिया में हैं।

 यह पूरी प्रकिया कम्पनी के प्रबंध संचालक कार्यालय भोपाल में चल रही है। सूत्रों के अनुसार अप्रैल अंत तक यह ठेका किसी निजी कम्पनी को दे दिया जाएगा। इसके बाद शहर में स्पॉट बिलिंग का काम प्रारंभ हो जाएगा।

मीटर रीडरों की हो सकती है छुट्टी
वर्तमान में ग्वालियर शहर वृत्त में ज्यूपीटर कम्पनी की ओर से आउट सोर्सिंग कर्मचारी के रूप में कई मीटर रीडर कार्यरत हैं। आने वाले समय में स्पॉट बिलिंग और मीटर बदलने का ठेका निजी कम्पनी को सौंपे जाने के बाद संभवत: वर्तमान में काम कर रहे मीटर रीडरों को सेवा से प्रथक कर दिया जाएगा। यहां बता दें कि बिजली कम्पनी ने पिछले साल सर्विस प्रोवाइडर के रूप में जब ज्यूपीटर कम्पनी से अनुबंध किया था। इसके बाद आउट सोर्सिंग कर्मचारी के रूप में पिछले कई सालों से काम कर रहे मीटर रीडरों को हटा दिया गया था। ज्यूपीटर कम्पनी ने नए लोगों को रखा था और अब वर्तमान मीटर रीडरों की रोजी-रोटी पर भी तलवार लटकती दिख रही है।

भारत सरकार ने किया है अनिवार्य
स्पॉट बिलिंग प्रक्रिया पूरे भारत में तेजी से अपना स्थान बना रही है। सूत्रों के अनुसार बिलिंग प्रक्रिया में पारदर्शिता आए। इसके लिए भारत सरकार ने आर-एपीडीआरपी परियोजना के तहत स्पॉट बिलिंग को अनिवार्य किया है। चूंकि ग्वालियर शहर वृत्त में आर-एपीडीआरपी परियोजना का काम बहुत पहले ही पूरा हो चुका है, लेकिन यहां स्पॉट बिलिंग प्रक्रिया अभी तक प्रारंभ नहीं हो पाई है, जबकि भोपाल शहर में स्पॉट बिलिंग प्रक्रिया बहुत पहले से चल रही है। बिजली कम्पनी से जुड़े सूत्रों के अनुसार भारत सरकार के निर्देश अनुसार स्पॉट बिलिंग प्रक्रिया आने वाले समय में पूरे मध्यप्रदेश में प्रारंभ होगी।

इनका कहना है
ग्वालियर शहर वृत्त में स्पॉट बिलिंग और मीटर बदलने का काम ठेके पर देने की कार्यवाही अभी प्रक्रिया में है। संभवत: अपै्रल अंत तक इसका ठेका हो जाएगा।

आर.एस. श्रीवास्तव
डायरेक्टर कॉमर्शियल
मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कम्पनी भोपाल 

Similar News