लखनऊ। मुख्यमंत्री बनने के बाद आज योगी कैबिनेट की पहली बैठक होने जा रही है। आज शाम पांच बजे ये बैठक होनी है। पहली कैबिनेट बैठक में सबसे बड़ा ऐलान किसानों की कर्जमाफी का होगा जिसकी पुष्टि खुद यूपी के कृषि मंत्री कर चुके है। करीब 2 करोड़ 15 लाख छोटे किसानों की कर्जमाफी का ऐलान आज इस बैठक में होगा। इन किसानों पर करीब 62 हजार करोड़ रूपए का कर्ज है।
मंत्रिमंडल की पहली बैठक में किसानों की कर्जमाफी के साथ-साथ अवैध बूचड़खानों के विनियमन, मांस कारोबारियों के लाइसेंस से जुड़े मुद्दों, बुंदेलखंड को और मदद देने के उपायों, पूर्वांचल की समस्याओं को लेकर अहम निर्णय लिए जा सकते हैं। सातवें वेतन आयोग की सिफारिशें लागू होने के कारण राज्य पर सालाना लगभग 25 हजार करोड़ रुपए का अतिरिक्त बोझ पड़ने के बीच किसानों की कर्जमाफी में केंद्र द्वारा उप्र सरकार की मदद से इनकार किए जाने से मुश्किल और बढ़ गई है।
हालांकि, प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही समेत तमाम मंत्री किसानों की कर्जमाफी के वादे पर जल्द से जल्द अमल की बात कह रहे हैं, लेकिन माना जा रहा है कि मौजूदा हालात में सरकार को अपना यह वादा पूरा करने में काफी मशक्कत करनी पड़ी है।
भाजपा ने अपने चुनाव घोषणापत्र में इसका वादा किया था और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी हर चुनावी सभा में जनता को भरोसा दिलाया था कि प्रदेश में पार्टी की सरकार बनने के बाद कैबिनेट की पहली ही बैठक में प्रदेश का सांसद होने के नाते वे किसानों का कर्ज माफ करवाएंगे।