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बिजली चोरी करने वालों की जगह जेल में : श्रीकांत शर्मा

Update: 2017-04-29 00:00 GMT

विभागीय समीक्षा करने दक्षिणांचल कार्यालय पहुंचे प्रदेश के ऊर्जा मंत्री

आगरा। प्रदेश सरकार का प्रयास है कि प्रत्येक गांव, घर एवं खेत तक बिजली पहुंचाई जाए। जनता के लिए बिजली की जितनी आवश्यकता है उनकी बिजली की व्यवस्था सरकार करेगी। साथ ही बिजली चोरी व भष्ट्राचार पर भी पूर्णत: अंकुश लगाना सरकार की प्राथमिकताओं में शामिल है। शुक्रवार को आगरा आए उप्र सरकार के उर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने यह बात पत्रकारों से वार्ता में कही।

ताजनगरी में विद्युत विभाग के अधिकारियों के साथ ऊर्जा मंत्री ने समीक्षा बैठक की। इसके साथ शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में 24 घंटे बिजली देने की बात की। उन्होंने कहा कि उप्र सरकार गरीबों की सरकार है। जो कहा वह पहली केबिनेट में किसानों के कर्ज को मांफ करके पूरा भी करके दिखाया। उन्होंने कहा कि गेहूं खरीदने के लिए 5000 केंद्रों को तैयार किया गया है और 487 स्थानों पर आलू खरीद रहे हैं। उन्होंने कहा कि फसल जलने पर 6 दिन के अंदर मुआवजा पहुंचेगा

उपभोक्ताओं के लिए जारी किया गया टोलफ्री नं.
श्रीकांत शर्मा ने कहा कि ईमानदार उपभोक्ताओं को सरकार की ओर से कोई भी परेशानी नहीं होने दी जाएगी। वहीं कटिया वालों पर कार्यवाही के साथ ही उनसे ईमानदारी बरतने को कहा जाएगा। उन्होंने जानकारी दी कि बिजली की समस्या के निवारण हेतु टोल फ्री नं.-1912 शुरू किया गया है। उन्होंने बताया कि उपभोक्ता को 02 किलोवाट का 180 रूपये तथा 01 किलोवाट पर 130 रूपये शुल्क देना होगा। पहले खराब ट्रांसफार्मर 72 घण्टे में बदला जाता था लेकिन अब खराब ट्रान्सफर मात्र 48 घण्टे में बदला जाएगा।

भाजपाइयों ने किया ऊर्जा मंत्री का स्वागत
ऊर्जा मंत्री के आगरा आगमन पर सर्किट हाउस में भाजपा महानगर अध्यक्ष विजय शिवहरे के नेतृत्व में विधायक रामप्रताप सिंह चौहान, प्रमोद गुप्ता, नागेंद्र प्रसाद दुबे, अनिल चौधरी, भानु महाजन, अशोक पिप्पल, विनय पाटनी, बबलू लोधी, राजकुमार गुप्ता, अभिषेक गुप्ता, जितेंद्र भारद्वाज, मंजू वाष्र्णेय, अनिता खरे, अपर्णा सिंह, संजीव चौबे, ललित चतुर्वेदी, दिनेश अगरिया और बॉबी वर्मा आदि कार्यकर्ताओं ने स्वागत किया।


टोरंट से परेशान ने मांगी मंत्री से इच्छा मृत्यु
तजनगरी में विद्युत आपूर्ति का कार्य देख रही टोरंट पावर लि. की वर्षो बाद भी जनता की समस्याओं का निराकरण करने में विफल ही साबित हुई है। इसकी बानगी शुक्रवार को मंत्री श्रीकांत शर्मा के सामने देखने को उस समय मिली जब टोरेंट से पीडि़त एक व्यक्ति ने विभाग की समीक्षा के दौरान ही मंत्री श्रीकांत शर्मा से इच्छा मृत्यु देने की मांग की। इस दौरान पीडि़त व्यक्ति ने मंत्री को अपनी फरियाद सुनाई। वहीं मंत्री ने भी अधिकारिओं को कार्रवाही के आदेश दिए।

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