प्रमोद पचौरी
भोपाल। उत्तर प्रदेश की तरह ही प्रदेश में बहुजन समाज पार्टी को मजबूत राजनैतिक दल के रूप में स्थापित करने की योजना के तहत बसपा की नजर भाजपा में उपेक्षित नेता चौधरी राकेश सिंह चतुर्वेदी पर लगी हुई है। दरअसल, प्रदेश में बसपा तीसरे बड़े दल के रूप में अपनी उपस्थिति बनाए हुए है , लेकिन उसके सदस्यों की संख्या कभी भी एक दर्जन से अधिक नहीं हो पायी है। हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव के बाद पार्टी के राष्ट्रीय राजनैतिक दल के दर्जा बनाए रखने पर भी खतरा मंडराने लगा था, लिहाजा पार्टी ने उप्र चुनाव के बाद पूरा ध्यान मप्र में केन्द्रित करने का मन बना लिया है। उसे उप्र की तरह ही मप्र में भी एक ऐसे ब्राह्मण नेता की तलाश है जो उसकी सोशल इंजीनियरिंग की सफलता का वाहक बन सके। सूत्रों की मानें तो बसपा पूर्व मंत्री और चौधरी राकेश सिंह चतुर्वेदी के संपर्क में बनी हुई है। उत्तरप्रदेश चुनाव के नतीजों के बाद बहुजन समाज पार्टी अपना पूरा ध्यान मध्यप्रदेश पर लगाएगी। पार्टी प्रदेश में अपना जनाधार बढ़ाने के लिए वे सारे उपाय करेगी जिसके सहारे उसे उप्र में अपना वजूद बनाने में सफलता मिली है। पार्टी सोशल इंजीनियरिंग के सहारे जहां अन्य वर्गों के नेताओं को मैन स्टीम में खड़ा करेगी तो अपने वोट बैंक को समेटे रहने पर भी ध्यान देगी।
बसपा से जुड़े सूत्रों की मानें तो पार्टी मध्यप्रदेश में किसी ऐसे ब्राह्मण नेता को आगे करने पर विचार कर रही है जिसका जनाधार हो और वह अपने समाज के साथ साथ अन्य सामान्य वर्ग में भी दखल रखता हो। बताया जाता है कि इसके लिए पार्टी प्रमुख मायावती ने उप्र चुनाव से पहले अपने रणनीतिकारों के साथ इस पर निर्णय ले लिया है और नेताओं से मध्यप्रदेश में ब्राह्मण नेता की खोज शुरू करने को कह दिया है। सूत्रों की माने तो भाजपा नेता और कांगे्रस सरकार में मंत्री रहे चौधरी राकेश सिंह चतुर्वेदी पर बसपा की नजरें हैं। चतुर्वेदी के चचेरे भाई उप्र से बसपा की टिकट पर चुनावी मैदान में हैं।