आखिर कब होगा बिरलानगर आदर्श स्टेशन

Update: 2017-03-03 00:00 GMT

-घोषणा के बाद आज तक शुरू नहीं हुआ कार्य
-प्रतीक्षा में बीत गए तीन वर्ष
-जिन स्टेशनों को आदर्श घोषित किया था, वहां शुरू हो चुका है काम
ग्वालियर| 
रेलवे के द्वारा ग्वालियर के बिरलानगर रेलवे स्टेशन को आदर्श रेलवे स्टेशन बनाए जाने की घोषणा लगभग 2014 में की गई थी। लेकिन इतना समय बीत जाने के बाद भी बिरला नगर स्टेशन के आदर्श बनने के कोई लक्षण दिखाई नहीं दे रहे हैं। यह स्टेशन कब आदर्श स्टेशन बनेगा, इसका कोई अता पता नहीं चल रहा है। लगता है रेलवे इस स्टेशन को आदर्श बनाने की घोषणा करने के बाद भूल सा गया है। जबकि अन्य कई रेलवे स्टेशनों को आदर्श रेलवे स्टेशन बनाए जाने का कार्य शुरू भी हो चुका है।
 रेलवे यात्रियों को अच्छे खान-पान की सुविधा,स्टॉल खोलना, के निर्देश दिए गए  थे, यहां तक कि यात्रियों के बैठने के लिए  प्लेटफार्मों पर जगह-जगह कुर्सियां लगाने की बात भी कही थी। लेकिन यहां तो सिर्फ यात्री प्लेटफार्म के किनारे बैठकर ट्रेनों का इंतजार करते हैं। जबकि यह घोषणा की थी कि धूप और बारिश से बचने और ट्रेनों का इंतजार करने के लिए यहां पर शेड भी बनाए जाएंगे। यात्रियों को कोच में सवार होने में परेशानी का सामना न करना पड़े, इसके लिए स्टेशन पर कोच इंडिकेटर लगाए जाएंगे। साथ ही स्टेशन के दोनों ओर वाहनों के लिए पार्किंग भी बनाई जाएगी।

भिंड-इटावा ट्रैक भी शुरू हुआ, लेकिन सुविधाएं नहीं:- ग्वालियर रेलवे स्टेशन से प्रतिदिन करीब 22 हजार यात्री यात्रा करते हैं। भिंड-इटावा ट्रैक शुरू होने के बाद बिरला नगर रेलवे स्टेशन से यात्रियों की संख्या भी बढ़ी है। लेकिन उसके बाद भी इस स्टेशन को अभी तक विकसित नहीं किया गया।
स्टेशन पर नहीं है पानी की व्यवस्था:- भिंड-इटावा ट्रैक पर इस स्टेशन से हजारों की संख्या में यात्री भिंड की ओर जाते हंै।  लेकिन आज तक स्टेशन पर यात्रियों के लिए पीने का पानी तक नहीं है। जिसके चलते बिरला नगर के आस पास रहने वाले लोग यात्रियों को मुंहमांगे दाम में पानी बेचते हैं।

बड़ी आबादी को मिलेगा लाभ

बिरला नगर स्टेशन को अगर विकसित किया जाता है तो इसका सीधा फायदा, चार शहर का नाका, ग्वालियर, हजीरा, दीनदयाल नगर, गोला का मंदिर और मुरार क्षेत्र में रहने वाले लोगों को मिलेगा। ट्रेन बिरला नगर से मिलने पर उन्हें लंबा चक्कर लगाकर ग्वालियर स्टेशन पर नहीं जाना पड़ेगा।
यात्रियों की सुरक्षा भी भगवान भरोसे
झांसी मंडल में आदर्श स्टेशन घोषित किए गए बिरला नगर पर यात्रियों की सुरक्षा भगवान भरोसे हो गई है। जिसका कारण इस स्टेशन पर ना तो जीआरपी चौकी ही बनाई गई है और ना ही यहां पर आरपीएफ की कोई व्यवस्था है। जिसके चलते यहां पर यात्रियों की जेबों पर हाथ साफ करने वाले और चोरी कर निकल भागने वाले अपराधियों के लिए यह स्टेशन सुरक्षित बन गया है।

रात के समय उतरने से कतराते हैं यात्री
जेसी मिल चालू के समय बिरला नगर ग्वालियर का एक मात्र स्टेशन हुआ करता था। जिस पर सभी गाडि़यों के रुकने के अलावा इस स्टेशन की सभी व्यवस्था चाक-चौबंद हुआ करती थीं। लेकिन जेसी मिल बंद होने के बाद ग्वालियर स्टेशन को मुख्य स्टेशन बनाए जाने के बाद बिरला नगर पूरी तरह उपेक्षित हो गया है। जिसके चलते इस स्टेशन पर आने वाले यात्रियों को सुरक्षा स्वय्ां ही करनी पड़ती है। स्टेशन के आस-पास रात के समय उतरने वाले यात्री यहां के सुनसान मार्गों के चलते यहां उतरने से कतराते हैं।

शव रखने के लिए बनना था कमरा
ट्रैक और स्टेशन पर मिलने वाली मृत देहों को रखने के लिए जीआरपी थाने के पास अलग से कमरा बनाने के आदेश कई वर्षो पहले आ चुके हैं, लेकिन आज भी स्टेशन के आस-पास मिलने वाले शवों को प्लेटफार्म पर रखा जाता है।

इनका कहना

बिरला नगर रेलवे स्टेशन को आदर्श स्टेशन बनाने की प्रक्रिया चल रही है, आने वाले समय में स्टेशन पर सुविधाएं भी दिखने लगेंगी।  

विजय कुमार
सीपीआरओ, इलाहाबाद

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