भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा में शुक्रवार को मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस ने पिछले साल नोटबंदी के बाद कटनी में सामने आए करोड़ों के हवाला कांड और मामले की जांच कर रहे पुलिस अधीक्षक गौरव तिवारी के अचानक स्थानांतरण का मुद्दा उठाते हुए इस पर स्थगन प्रस्ताव के तहत चर्चा की मांग की।
मामले में कांग्रेस के कई सदस्यों की मांग के बीच अध्यक्ष डॉ. सीतासरन शर्मा ने नियमों का हवाला देते हुए कहा कि विनियोग विधेयक पर चर्चा के दौरान ये मुद्दा उठाया जा सकता है। शून्यकाल के दौरान कांग्रेस विधायक सौरभ सिंह ने कहा कि पिछले साल आठ नवंबर को नोटबंदी के बाद कटनी में रजनीश तिवारी नाम के एक व्यक्ति के खाते में फर्जी लेन-देन हुआ, जिसमें बहुत से बड़े लोगों की भी संलिप्तता है। उन्होंने इस पर स्थगन प्रस्ताव के तहत चर्चा की मांग की। पार्टी के विधायक रामनिवास रावत ने कहा कि मामले की जांच कर रहे एसपी का तबादला कर दिया गया।
विधायकों की बात का नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने भी समर्थन करते हुए अध्यक्ष डॉ. शर्मा से स्थगन प्रस्ताव ग्राह्य करने का आग्रह किया। पार्टी विधायक डॉ. गोविंद सिंह ने इसमें सरकार के लोगों के शामिल होने का आरोप लगाया। इसी बीच कांग्रेस के कई विधायक आसंदी के पास पहुंचकर चर्चा की मांग करते दिखाई दिए। अध्यक्ष डॉ. शर्मा ने कहा कि ध्यानाकर्षण के बाद विनियोग विधेयक पर चर्चा है, इसमें इस पर बात की जा सकती है, जिसके बाद सदन की कार्यवाही आगे बढ़ी।