SwadeshSwadesh

कपास वस्त्र में आई तेजी

Update: 2017-12-06 00:00 GMT

नई दिल्ली। जुलाई से वस्तु एवं सेवा (जीसटी) कर लागू होने के बाद से कपास धागे, मानव निर्मित धागे और मानव निर्मित रेशे के कपड़े (एमएमएफ) के आयात में नाटकीय तौर पर तेजी आई है।

एक बयान में भारतीय वस्त्र उद्योग परिसंघ (सिटी) ने कहा कि उसने वाणिज्य एवं कपड़ा मंत्रालयों से एमएमएफ धागे, कपास धागे और एमएमएफ कपड़ों पर आयात शुल्क को बढ़ाकर 15 प्रतिशत करने का अनुरोध किया है ताकि विशेषकर बांग्लादेश और श्रीलंका जैसे मुक्त व्यापार समझौतों वाले देशों की ओर से होने वाले सस्ते आयात के खतरे से स्थानीय धागे, कपड़े और परिधान उत्पादकों को बचाया जा सके।

सिटी द्वारा साझा किये गये आंकड़ों के अनुसार जुलाई, अगस्त और अक्तूबर के दौरान आयात में वृद्धि हुई लेकिन सितंबर के आंकड़े उपलब्ध नहीं हैं। एमएमएफ यार्न का आयात जुलाई में बढकर एक करोड़ 49 लाख डॉलर का हो गया जो पिछले वर्ष इसी महीने में 89.2 लाख डॉलर रहा था।  कपास कपड़ों का आयात में भी यही रख दिखा जिसका आयात जुलाई में एक करोड़ 28.1 लाख डॉलर का हो गया जो पिछले वर्ष की समान अवधि में 88.4 लाख डॉलर का हुआ था।

Similar News