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शिक्षा, संस्कार और संस्कृति के लिए समर्पित हैं सरस्वती शिशु मंदिर के स्कूल

Update: 2017-12-30 00:00 GMT

 

ग्वालियर । किलागेट स्थित सरस्वती शिशु विद्या मंदिर उच्चतर माध्यमिक विद्यालय (बादलगढ़) में शुक्रवार को शारीरिक प्रकट उत्सव का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में राज्य महिला आयोग की सदस्य श्रीमती प्रमिला वाजपेयी उपस्थित थीं। कार्यक्रम की अध्यक्षता सरस्वती विद्या प्रतिष्ठान मध्यप्रदेश भोपाल की उपाध्यक्ष ममता चाण्डक ने की।

कार्यक्रम का शुभारंभ मां शारदा के समक्ष दीप प्रज्जवलित कर किया गया। शारीरिक प्रकट उत्सव के अवसर पर मुख्य अतिथि की आसंदी से श्रीमती प्रमिला वाजपेयी ने कहा कि पूरे भारत के सभी सरस्वती शिशु मंदिर शिक्षा, स्वास्थ्य, संस्कार और संस्कृति के लिए समर्पित हैं। मुख्य अतिथि ने स्वामी विवेकानंद के जीवन के बारे में समझाते हुए कहा कि हमें हमेशा स्वामी विवेकानंद के मार्ग पर चलना चाहिए क्योंकि उनका मार्ग ही जीवन की दिशा को परिभाषित करता है। मुख्य अतिथि ने भैया-बहिनों को मोबाइल से होने वाले कई हानिकारक परिणामों से बचने का मार्ग सुझाया। उन्होंने इस मौके पर भैया-बहिनों को मोबाइल के दुष्परिणामों से दूर रहने की प्रेरणा भी दी। इस मौके पर डांडिया, सामूहिक योग, गुब्बारा योग, पतागा योग, चक्र योग, चेयर रेस, डम्बल योग, पिरामिड, जिमनास्टिक, आसन योग एवं भैया-बहिनों द्वारा प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। इस अवसर पर गोपीशरण अग्रवाल (अध्यक्ष, केन्द्रीय सरस्वती शिक्षा समिति ग्वा.), सुनील दीक्षित (जिला समन्वयक ग्वा.), सरस्वती शिशु मंदिर के पूर्व छात्र मस्तराम गुर्जर (नायब तहसीलदार), सरस्वती शिक्षा समिति के सदस्य एवं विद्यालय के व्यवस्थापक रमेश नंदवानी, विद्यालय प्राचार्य मनोज तिवारी, कार्यक्रम संयोजक मनोज शर्मा सहित अन्य विद्यालयों के प्राचार्य, आचार्य एवं भैया-बहिन आदि उपस्थित थे। आभार रजनी गुप्ता ने व्यक्त किया।

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