SwadeshSwadesh

वर्ष 2017 भाजपा के लिए विजयी का वर्ष रहा : विष्णुदत्त शर्मा

Update: 2017-12-29 00:00 GMT

*File Photo

भोपाल। गुजर रहा वर्ष कमल खिलने से आरंभ हुआ और यह जीत का सिलसिला दिसंबर माह के तीसरे सप्ताह तक जारी रहा। यदि कहे कि वर्ष 2017 भारतीय जनता पार्टी के लिए चुनाव और विजय का वर्ष रहा तो अतिश्योक्ति नहीं होगी।

यह बात भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश महामंत्री विष्णुदत्त शर्मा ने शुक्रवार को कही। उन्होंने कहा कि दुनिया की निगाहे भारत के सर्वोच्च पद महामहिम राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति के चुनाव पर लगी थी। राष्ट्रपति के पद पर रामनाथ कोविन्द के चयन ने राजनैतिक विश्लेषकों को भी चमत्कृत कर दिया। उपराष्ट्रपति के पद पर भी बिना अटकलबाजियों के वैंकेय्या नायडू पर आसीन हुए। पार्टी के चुनाव अभियान का अगला पड़ाव सात राज्यों के विधानसभा चुनाव बनें। पंजाब, गोवा, उत्तराखण्ड, उत्तर प्रदेश, मणिपुर, हिमाचल प्रदेश और गुजरात में वोट पड़े। सात राज्यों में से 6 राज्यों में पार्टी ने भगवा परचम फहराया। पंजाब अपवाद बना। इस तरह वर्ष 2017 में देश के 29 राज्यों में से 19 राज्यों में भारतीय जनता पार्टी की सरकार और सहभागिता में सरकार गठित हुई। श्रीमती इंदिरा गांधी के नेतृत्व में 18 राज्यों में सरकारें थी। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में 19 राज्यों में भारतीय जनता पार्टी का परचम फहरा है।

उन्‍होंने कहा कि दुनिया के साथ कदम बढ़ाने के लिए श्री नरेन्द्र मोदी ने आर्थिक सुधार करते हुए जब नोटबंदी आरंभ की कालेधन वाली लाॅबी ने हायतोबा मचाया। विपक्ष ने इसे राजनैतिक मुद्दा बनाने में गुरेज नहीं किया लेकिन विधानसभा चुनाव उत्तर प्रदेश में जनादेश देकर जनता ने नोटबंदी पर मोहर लगा दी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने जीएसटी प्रणाली का विरोध करते हुए गुजरात में जनआक्रोश उभारने के लिए कुलाबे जोड़े। जातिवाद को प्रोत्साहित कर तिकड़ी को सक्रिय किया। व्यापारिक शहरों अहमदाबाद और सूरत में जीएसटी विरोधी रैलियां निकाली। भीड़ तो जुटी लेकिन जनता ने गुजरात में कमल पर मोहर लगाकर जीएसटी को भी ऐतिहासिक आर्थिक सुधार के रूप में स्वीकार कर लिया। इससे भारत की अर्थव्यवस्था दुनिया में तीव्रता से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था हो गयी। आर्थिक विश्लेषक मान चुके है कि भारत विश्व की पांचवी आर्थिक शक्ति बनेगा।

Similar News