इंदौर। आबकारी विभाग को करोड़ों रुपए की चपत लगाने वाले मास्टरमाइंड राजू दशवंत ने इंदौर पुलिस को समर्पण कर दिया। पुलिस राजू को अपने सामने देखकर हैरान रह गई।
दरअसल, पिछले लंबे वक्त से इंदौर पुलिस आबकारी घोटाले के मास्टरमाइंड राजू दशवंत की तलाश में थी, क्योकि पुलिस इस घोटाले में शामिल अन्य लोगों पर शिकंजा कस चुकी थी, लेकिन मास्टरमाइंड अब तक फरार था। फिलहाल सरेंडर करने के बाद अब पुलिस राजू दशवंत से जानकारी जुटाने में लग गई।
पुलिस ने कहा डर गया था राजू
गौरतलब है कि पिछले दिनों इंदौर पुलिस के आला अधिकारियों के आए बयानों के आधार पर माना ये जा रहा है कि पिछले 3 दिन से महाराष्ट्र के पांच स्थानों पर पुलिस ने धावा बोला था, जिसके बाद आबकारी विभाग को चूना लगाने वाला राजू दशवंत परेशान हो गया और उसे डर था कि पुलिस यदि उसे अपनी गिरफ्त में लेती है तो कई कानूनी फजीहत उसे मुश्किल में डाल देंगी। नतीजन कानून के जानकारों के जरिये उसने खुद ही सरेंडर करने का फैसला किया और सरेंडर कर दिया।
जानकारी के मुताबिक 42 करोड़ के आबकारी बैंक चालान फर्जीवाड़े का मास्टरमाइंड रविवार सुबह 6 बजे रावजी बाजार थाने पहुंचा और उसने खुद ही पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया।
यह है पूरा मामला
गौरतलब है कि 42 करोड़ के महाघोटाले में कई अधिकारी निलंबित हो चुके हैं, जिनमें सहायक आबकारी आयुक्त संजीव दुबे भी शामिल है। राजू दशवंत इंदौर के ठेकेदारों से शराब दुकान चलाने के लिए करार करता था और चालान भरने के दौरान करोड़ों की चपत लगाता था। हालांकि इस मामले में कई अधिकारियों के लिप्त होने की बात सामने आई थी और यही वजह है कि पूरे आबकारी अमले में कई फेरबदल भी हुए।