नई दिल्ली। आतंकियों को मुंहतोड़ जवाब देने के लिए भारत ने कमर कस ली है। इसके तहत अब जल्द ही दुश्मन की सीमा में घुसकर लक्ष्य भेदने में सक्षम ब्रह्मोस मिसाइल का सुखोई-30 एमकेआई फाइटर जेट से परीक्षण किया जाएगा। इसी हफ्ते होने वाले इस ट्रायल को 'डेडली कॉम्बिनेशन' कहा जा रहा है। इसका इस्तेमाल करके दुश्मन देश की सीमा में मौजूद आतंकी ठिकानों पर भी हमला बोला जा सकेगा। फायर होने के बाद ब्रह्मोस की स्पीड साउंड की स्पीड से तीन गुना तेज होती है, फिलहाल इसकी मारक क्षमता 290 किलोमीटर दूर तक की है जिसको 450 किलोमीटर तक करने का काम भी चल रहा है। सुखोई से फायर करने के लिए मिसाइल के डिजाइन में कुछ बदलाव भी किए जा रहे हैं। अगर सुखोई फाइटर जेट से ब्रह्मोस मिसाइल का परीक्षण सफल रहा तो इससे भारतीय वायु सेना की ताकत और अधिक बढ़ जाएगी।