उत्तर भारत में कांवड़ यात्रा पर आतंकी खतरा गहराया
मेरठ। जम्मू-कश्मीर में ताबड़तोड़ आतंकी वारदातों के बीच उत्तर भारत की ऐतिहासिक कांवड़ यात्रा पर भी आतंकी खतरा गहरा गया है। खुफिया एजेंसियों ने उत्तर प्रदेश पुलिस को अलर्ट कर दिया है। जिसके बाद प्रदेश के डीजीपी ने सभी जिलों के पुलिस कप्तानों को सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता करने के निर्देश दिए हैं। इस खतरे को देखते हुए इस बार ड्रोन कैमरों और हेलीकाॅप्टर से कांवड़ यात्रा पर निगाह रखी जाएगी।
शिवरात्रि पर हरिद्वार, नीलकंड और गौमुख से गंगाजल लाकर करोड़ों कांवड़िए भगवान आशुतोष का जलाभिषेक करते हैं। एक सप्ताह तक हरिद्वार से लेकर यूपी, दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान के हाईवे पूरी तरह से जाम हो जाते हैं। करोड़ों कांवड़ियां बोल बम, बोल बम का जयघोष करते हुए वातावरण को गुंजायमान कर देते हैं। आस्था के इस सैलाब पर इस बार आतंकी खतरा मंडरा रहा है। खासकर जम्मू-कश्मीर में बढ़ती आतंकवादी वारदातों से खुफिया एजेंसियों ने यूपी पुलिस को अलर्ट किया है। खुफिया एजेंसियों का कहना है कि कश्मीर के सीआरपीएफ कैंप पर हमला करने के बाद भागा आतंकी वेस्ट यूपी में आकर कांवड़ यात्रा में खलल डाल सकता है। इस फीडबैक के बाद मेरठ जोन के आईजी सुजीत पांडे ने सभी जिलों में हाई अलर्ट जारी कर दिया है। किसी भी संदिग्ध को फौरन हिरासत में लेकर पूछताछ करने को कहा गया है।
कांवड़ यात्रा के मद्देनजर वेस्ट यूपी के प्रमुख शिव मंदिरों की पूरी सूची तलब की है। कांवड़ मार्ग के किनारे सीसीटीवी कैमरे लगाने की हिदायत दी गई है। इसी तरह से कांवड़ यात्रा पर ड्रोन कैमरे और हेलीकाॅप्टर के जरिए निगरानी करने को कहा गया है। आईजी के निर्देश पर मेरठ के औघड़नाथ मंदिर और बागपत के पुरा महादेव मंदिर पर विशेष निगरानी रखने के निर्देश दिए हैं। यहां पर करीब 30 लाख कांवड़िया जलाभिषेक करते हैं।
आईजी की हिदायत के बाद हालात पर निगाह रखने के लिए पुलिसकर्मियों को सादी वर्दी और कांवड़ियों के वेश में तैनात किया जाएगा। खासकर मेरठ और बागपत के शिवालयों पर कड़ी निगाह रखी जाएगी। इसके लिए माइक्रो प्लान बना लिया गया है।