अकबर कभी महान नहीं हो सकता: पवैया

Update: 2016-05-09 00:00 GMT

महाराणा प्रताप जयंती पर धूमधाम ने निकला चल समारोह, स्वतंत्रता सेनानियों का किया सम्मान

ग्वालियर। महाराणा प्रताप को महापुरुष व आदर्श मानने वालों के लिए अकबर कभी महान नहीं हो सकता। विदेशी आक्रांताओं को महान बनाने की परम्परा अब बंद होना चाहिए और ऐसे विदेशी हमलावारों के नाम पर न तो स्मारक बनने चाहिए, न ही किसी तरह के नामकरण किए जाने चाहिए। यह बात विधायक जयभान सिंह पवैया ने रविवार को युग पुरुष महाराणा प्रताप की 476वीं जयंती पर गोले का मंदिर पर महाराणा प्रताप सांस्कृतिक कार्यक्रम व चल समारोह द्वारा आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि की आसंदी से कही।
कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि जयसिंह कुशवाह, साडा अध्यक्ष राकेश सिंह जादौन, विधायक सत्यपाल सिंह सिकरवार, डॉ. पी.एस. विसेन, डॉ. एपीएस चौहान, सामंत सिंह तोमर, बृजेन्द्र सिंह जादौन, धीरसिंह तोमर, डॉ. डी.एस. चंदेल उपस्थित थे।

इस अवसर पर श्री पवैया ने कहा कि मेवाड़ केसरी महाराणा प्रताप ने माटी के स्वाभिमान और भारत की अस्मिता की रक्षा के लिए अंतिम सांस तक मुगलों से देश भक्तों व वनवासियों के बल पर साधनहीन होकर भी हल्दीघाटी का ऐतिहासिक युद्ध लड़ा और अंग्रेजों के खिलाफ हिन्दुस्तान के युवा क्रांतिकारियों ने यदि अपने प्राणों का बलिदान किया तो उसके पीछे महाराणा प्रताप, छत्रपति शिवाजी व छत्रसाल शिवाजी जैसे योद्धाओं का त्याग व बलिदान ही था।

श्री पवैया ने कहा कि आयोजकों की भावना का सम्मान करते हुए वे नगर निगम को यह प्रस्ताव रखेंगे कि प्रतिमा स्थल का नाम प्रताप चौक व भिण्ड रोड का नाम प्रताप मार्ग रखा जाए। कार्यक्रम में स्वागत भाषण आयोजन समिति के संयोजक राजवीर सिंह राठौर ने दिया। कार्यक्रम में बंजारा जाति के प्रमुख लोगों व स्वतंत्रता सेनानियों को शॉल व श्रीफल भेंटकर सम्मातिन किया गया। कार्यक्रम का संचालन सुभाष सिंह चौहान ने एवं आभार बलराम सिंह सिकरवार ने व्यक्त किया।

धूमधाम से निकला चल समारोह
सभा से पूर्व समिति द्वारा अचलेश्वर मंदिर से विशाल चल समारोह निकला गया। चल समारोह को हरीझंडी महापौर विवेक शेजवलकर ने दिखाकर रवाना किया। चल समारोह में महाराणा प्रताप के युद्ध के समय उनके विशेष सहयोगी रहे सजातीय सैनिकों के वंशज शामिल किए गए, जो लोगों के आकर्षण का केन्द्र बने। चल समारोह में महाराणा प्रताप की प्रेरणादायी जीवन की मुख्य घटनाओं की झांकियों का प्रदर्शन किया गया। चल समसरोह अचलेश्वर मंदिर, इंदरगंज चौराहा, शिंदे की छावनी, फूलबाग चौराहा, पड़ाव, तानसेन नगर, हजीरा चौक, सिमको ब्रिज होते हुए गोले का मंदिर पर सभा के रूप में तब्दील हुआ। चल समारोह में शिववीर सिंह भदौरिया, प्रेमसिंह भदौरिया, जे.पी. सिंह कुशवाह, ओमकार सिंह कुशवाह, मोहन सिंह कुशवाह, अरविंद भदौरिया, डॉ. विमलेन्द्र राठौर, वृन्दावन सिंह सिकरवार आदि शामिल थे।

चल समारोह का पुष्प वर्षा कर किया स्वागत
फूलों की बारिश और आतिशबाजी कर महाराणा प्रताप चल समारोह का भाजपा नेता एवं पार्षद डॉ. सतीश सिंह सिकरवार के नेतृत्व में अचलेश्वर मार्ग पर जोरदार स्वागत किया गया। इस दौरान चल समारोह में शामिल लोगों को आईसक्रीम दी गई और पेयजल की भी व्यवस्था रही। जुलूस के दौरान लोगों में काफी उत्साह देखा गया। जूलूस का स्वागत करने के लिए सैकड़ों लोग उपस्थित थे।

हिन्दू महासभा ने किया माल्यार्पण
हिन्दू महासभा ने रविवार को महाराणा प्रताप की जयंती के अवसर पर उनके प्रतिमा स्थल गोले का मंदिर पर माल्यार्पण कर अखंड भारत का संकल्प लिया। इस अवसर पर हिन्दू महासभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ. जयवीर भारद्वाज, प्रदेश उपाध्यक्ष रामबाबू सेन, जिलाध्यक्ष हरीदास अग्रवाल, पार्षद बाबूलाल चौरसिया आदि उपस्थित थे। उधर अखिल भारत हिन्दू महासभा द्वारा खासगी बाजार माता मंदिर पर विचार सभा का आयोजन किया गया। जिलाध्यक्ष लीला शाक्य व राकेश शर्मा के संचालन में सम्पन्न हुई सभा में हिमस के प्रदेश अध्यक्ष मोहनलाल वर्मा ने अपने विचार रखे।

 

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